प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी ने भारत में विपक्षी गुट की एकजुट प्रतिक्रिया को जन्म दिया है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली के रामलीला मैदान में 31 मार्च को महारैली का आयोजन किया गया है। इस रैली में तेजस्वी यादव भी शामिल होंगे। तेजस्वी शाम 4 एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्ली जाएंगे।
I.N.D.I. गठबंधन के तमाम दिग्गज नेता इस रैली में शामिल होंगे। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, एनसीपी से शरद पवार, शिवसेना से उद्धव ठाकरे, सपा से अखिलेश यादव, आरजेडी से तेजस्वी यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सीपीआई से डी राजा, टीएमसी से डेरेक ओ ब्रायन, सीपीआई-एम सीता राम येचुरी व पीडीपी से महबूबा मुफ्ती समेत कई अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं के शामिल होने की संभावना है। सभी केंद्र सरकार व विपक्षी दलों के नेताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई ने आम आदमी पार्टी के सूत्रों के हवाले से बताया कि सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित होने वाली I.N.D.I. गठबंधन की रैली के लिए चुनाव आयोग और पुलिस से इजाजत मिल गई है। रैली का नारा तानाशाही हटाओ, लोकतंत्र बचाओ होगा। इसे लेकर आम आदमी पार्टी ने लोगों को निमंत्रण पत्र बांटने शुरू कर दिए हैं।
बता दें, सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप ने इस महारैली की घोषणा की थी। विपक्षी नेताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है, वहीं पार्टी कार्यकर्ता चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय एजेंसियों द्वारा संवैधानिक नेताओं को निशाना बनाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए राज्यों में सड़कों पर उतर आए हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ही पार्टी ही उम्मीद हैं। हालांकि, वह पार्टी को एकजुट बनाए रखने के लिए मैदान में उतर चुकी हैं। मगर अब 31 मार्च को वह पहली बार किसी राजनीतिक मंच से अपना भाषण दे सकती हैं। सुनीता केजरीवाल मंच से बोलने की पिछले कुछ दिनों से तैयारी कर रही हैं। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से पार्टी के मामलों में उनकी सक्रियता बढ़ चुकी है।