वाराणसी जिला अदालत के आदेश पर सोमवार को सर्वेक्षण रिपोर्ट और ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की वीडियोग्राफी की पेन ड्राइव सीलबंद लिफाफे में चार हिंदू याचिकाकर्ताओं को सौंप दी गई। ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान एकत्र की गई रिपोर्ट, तस्वीरें और वीडियो याचिकाकर्ताओं को सौंपे गए थे। वहीं याचिकाकर्ताओं ने एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए थे कि इन्हें लीक नहीं किया जाएगा।
लीक होने के बाद विवाद शुरू
हालांकि इन टेपों और तस्वीरों के टीवी समाचार चैनलों पर लीक होने के बाद विवाद शुरू हो गया है। वहीं हिंदू पक्ष ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने सर्वेक्षण की रिपोर्ट और मीडिया को लीक किया है। उन्होंने मीडिया के सामने अपने द्वारा एकत्र किए गए सीलबंद लिफाफे पेश किए और तर्क दिया कि अन्य लोगों ने प्रेस को रिपोर्ट लीक कर दी थी। वहीं आज चार हिंदू महिलाओं ने भक्तों के लिए ज्ञानवापी परिसर को खोलने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
मुस्लिम पक्ष ने अंडरटेकिंग पर हस्ताक्षर नहीं किया था
वहीं अब हिंदू महिला मीडिया में लीक करने के आरोप से खुद को मुक्त करने के लिए पेन ड्राइव वाला अपना सीलबंद लिफाफा अदालत को लौटाएंगी। गौरतलब है कि मुस्लिम पक्ष ने अंडरटेकिंग पर हस्ताक्षर नहीं किया था और यही कारण है कि उन्हें कल सर्वेक्षण का पेन ड्राइव प्रदान नहीं किया गया था। मुस्लिम पक्ष के वकीलों में से एक ने आरोप लगाया कि सर्वेक्षण का वीडियो केवल हिंदू पक्ष द्वारा मीडिया में लीक किया गया था। हालांकि, हिंदू याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया है कि जब उनके लिफाफे अभी भी सील हैं, तो वीडियो किसी और द्वारा लीक किया गया है।
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