हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में बादल फटने की घटना ने हाहाकार मचा दिया है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। इसी बीच, 3.3 तीव्रता के भूकंप के झटकों ने भी स्थिति को और बिगाड़ दिया है।
7 लोगों की मौत, 50 से अधिक लापता
प्राकृतिक आपदा में अब तक कम से कम 7 लोगों की जान जा चुकी है और 50 से अधिक लोग लापता हैं। एनडीआरएफ के अनुसार, बादल फटने की जगह से लगभग 20-25 घर बह गए हैं और 40-42 लोग लापता हैं।
बचाव कार्य जारी
एनडीआरएफ, भारतीय सेना, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और अन्य स्वयंसेवक लगातार बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। वे लापता लोगों को खोजने और प्रभावित इलाकों में राहत कार्य करने में लगे हुए हैं।
प्रभावित इलाकों में स्थिति गंभीर
बादल फटने और भूकंप के कारण प्रभावित इलाकों में स्थिति काफी गंभीर है। कई सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे राहत और बचाव कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है।