कर्नाटक (Karnataka) में चल रहे ‘हिजाब’ विवाद के विरोध में, दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल (Taj Mahal) के परिसर में प्रवेश करने और हनुमान चालीसा का पाठ करने की कोशिश की। हालांकि प्रदर्शनकारियों को ताजमहल में प्रवेश करने से रोक दिया गया। प्रदर्शनकारियों मांग थी लोगों को स्कूलों और कॉलेजों में धार्मिक कपड़े पहनने से प्रतिबंधित किया जाए और ‘हिजाब’ के नाम पर परेशानी पैदा करने वालों के लिए कड़ी सजा दी जाए।
हिजाब विरोध ज्ञापन
आगरा सदर के अंचल अधिकारी राजीव कुमार के अनुसार, प्रदर्शनकारियों को शिल्पग्राम पार्किंग में ताजमहल में प्रवेश करने से रोका गया। उन्होंने कहा कि हमें एक ज्ञापन प्राप्त हुआ है और इसे सक्षम प्राधिकारी को भेज दिया है। अधिकारी ने बताया कि ज्ञापन ‘हिजाब’ विरोध के बारे में सौंपा गया था। इस बीच विश्व हिंदू परिषद के ब्रज क्षेत्र के उपाध्यक्ष आशीष आर्य ने कहा कि हमने ताजमहल में ‘हनुमान चालीसा’ का जाप करने की घोषणा की थी लेकिन पुलिस ने हमें रोक दिया।
देश संविधान का पालन करेगा
आर्य के अनुसार, कुछ लोग आगामी विधानसभा चुनावों के लिए वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए जानबूझकर हिजाब के संदर्भ में धार्मिक भावनाओं को भड़का रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां कोई व्यक्तिगत कानून लागू नहीं किया जाएगा। देश संविधान का पालन करेगा जो सबसे ऊपर है। हरिपर्वत पुलिस स्टेशन में प्रदर्शनकारियों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। आर्य ने बताया कि आगरा में विभिन्न स्थानों पर विहिप, सेवा भारती और दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका। मैंने सेवा भारती और दुर्गा वाहिनी के सदस्यों के साथ हरिपर्वत पुलिस थाने में ‘हनुमान चालीसा’ का जाप किया।