मशहूर शायर मुनव्वर राणा (Poet Munawwar Rana) का रविवार की रात निधन हो गया। वह बीमारियों से जूझ रहे थे। बीते गुरुवार को उन्हें लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वह वेंटिलेटर पर थे।
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हर बार बीमारी से जंग जीतते थे Munawwar Rana
शायर की बेटी सुमैया राणा ने पिता के निधन की जानकारी दी। उनके मुताबिक मुनव्वर हर बार बीमारी से लड़कर जीतते थे। वे अंतिम समय तक लड़ते रहे, लेकिन इस बार दिल का दौरा पड़ा तो निधन हो गया। बेटी सुमैया ने बताया कि दो दिन लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भी भर्ती थे। लंबे समय से किडनी फेलियर बीमारी से जूझ रहे थे। हफ्ते में तीन बार उनका डायलिसिस किया जाता था।
कौन थे Munawwar Rana?
मुनव्वर राणा प्रसिद्ध शायर और कवि थे। वह उर्दू, हिंदी और अवधी भाषाओं में लिखते थे। उनको उर्दू साहित्य के लिए 2014 का साहित्य अकादमी पुरस्कार (Sahitya Akademi Award) और 2012 में शहीद शोध संस्थान द्वारा माटी रतन सम्मान से नवाजा गया था। उन्होंने लगभग एक साल बाद अकादमी पुरस्कार को लौटा दिया था।