राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की अध्यक्षता में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने 21 फरवरी 2024 को मेरठ कलक्ट्रेट का घेराव किया। उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह पूंजीपतियों की सरकार है और इस सरकार में किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसानों को दिल्ली जाने से रोकेगी तो चुनाव के दौरान किसान भी भाजपा के किसी नेता को गांवों में नहीं घुसने देंगे।
राकेश टिकैत ने कहा:
- केंद्र सरकार व्यापारियों और उद्योगपतियों की सरकार है।
- इसका किसानों के हित से कोई मतलब नहीं है।
- 10 साल पुराने ट्रैक्टर पर रोक लगाने का निर्णय भी उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है।
- भाकियू पदाधिकारियों को शांति से अपना आंदोलन करने की सीख दी।
- उपद्रव करने वालों की निगरानी करने के लिए सतर्क रहने को कहा।
किसान यूनियन कि मुख्य मांगें
- मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण रखे सरकार
- भोजन, दवाई, कृषि उपकरण आदि को जीएसटी मुक्त करें।
- सभी के लिए मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और स्वच्छता का अधिकारी की गारंटी हो।
- बिजली विधेयक-2022 को वापस लिया जाए।
- काम के अधिकार को मौलिक बनाया जाए।
- किसानों को फसल बीज, उर्वरक और बिजली पर अनुदान बढ़ाया जाए।
- उपज के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए।
- कृषक परिवारों को सरकारी कर्ज से मुक्त किया जाए।
- एनपीएस को समाप्त करें व ओपीएस को बहाल करें।