ओडिशा के बालेश्वर में हुए ट्रेन हादसे ने आम लोगों के दिल को झकझोर दिया है। बालेश्वर से करीब 40 किलोमीटर आगे कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन की टक्कर एक मालगाड़ी से हो गई। टक्कर के बाद कोरोमंडल ट्रेन की स्लीपर बोगी के 10 से 12 डिब्बे पटरी से उतर गए। बीती रात करीब 7 बजे हुए रेल हादसे में मरनेवाले यात्रियों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 280 पर पहुंच गयी है और 900 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। ऐसे में मरनेवालों की संख्या और बढ़ सकती है। वहीं कहा जा रहा है जिस तरह से मरनेवालों की संख्या बढ़ रही है, यह देश की सबसे बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
बालासोर में कैसे हुई ट्रेन दुर्घटना
भारतीय रेलवे के सूचना प्रकाशन के अनुसार बीते शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे के आसपास 2841 कोरोमंडल एक्सप्रेस जो कि शालीमार (हावड़ा) से चलती है और चेन्नई को जाती है, उसकी 10 से 12 बोगियां बालासोर स्टेशन के पास पटरी से उतर गईं। इस हादसे में कोरोमंडल एक्सप्रेस के कोच दूसरे ट्रैक पर चले गए। इसके कुछ ही समय बाद 2864 यशवंतपुर से हावड़ा जा रही यशवंतपुर हावड़ा एक्सरप्रेस ट्रेन ने कोरमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों को टक्कर मार दी। इसमें यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन की 3-4 बोगियां डिरेल हो गईं। दुर्घटना में तीन ट्रेनें शामिल हैं, इनमें से दो यात्री ट्रेनें और एक मालगाड़ी है।
NDRF, OSDRF बचाव कार्य में जुटी
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह बहुत बड़ी दुर्घटना है। सभी दिवंगत आत्माओं के लिए हम प्रार्थना करते हैं। कल रात से रेलवे की टीम, NDRF, OSDRF बचाव कार्य में जुटी है। जिनके परिवार के सदस्यों की इस हादसे में मृत्यु हो गई, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। सरकार उन्हें हर संभव मदद करेगी। रेलवे ने मुआवजे का ऐलान कर दिया था, जांच कमेटी का भी गठन किया गया है।