भारत और पाकिस्तान के बंटवारे सात दशक से अधिक का वक्त बीत चुका है। लेकिन इस बंटवारे का दर्द और इतिहास बार बार विवादों में सामने आता है। बंटवारे में लाखों लोग बेघर हुए थे, हजारों जानें गई थी। लेकिन अब सात दशक के बाद एक बार फिर इस बंटवारे का इतिहास बता रहे हैं समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या। उनका कहना है कि भारत और पाकिस्तान का विभाजन मो. अली जिन्ना के कारण नहीं हुआ था। स्वामी ने यह भी कहा कि जिन्ना का अलग पाकिस्तान की मांग करने से पहले ही बंटवारे की मांग होने लगी थी।
हिंदू महासभा पर आरोप
स्वामी प्रसाद मौर्या का कहना है कि “भारत और पाकिस्तान जिन्ना के कारण विभाजित नहीं हुए थे, वे हिंदू महासभा के कारण विभाजित हुए थे।” उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा ने बहुत पहले हिंदू राष्ट्र की बात की थी। जिसके परिणामस्वरूप भारत और पाकिस्तान बने। स्वामी ने यह भी कहा कि हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले लोग देश के दुश्मन हैं।
उन्होंने अपने बात को आधार देने के लिए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका और फ्रांस में बोला कि हिन्दू धर्म नहीं बल्कि जीवन जीने की एक शैली है। यही बात अगर हमने कह दी तो बवंडर खड़ा हो गया।