जनता दल यूनाइटेड (JDU) केंद्र में BJP की अगुवाई में चल रही एनडीए सरकार की सहयोगी है। जदयू और भाजपा बिहार में भी साझीदार हैं। लेकिन जम्मू-कश्मीर में जदयू अलग चुनाव लड़ रही है। जदयू ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए मेनिफेस्टो भी जारी किया है। इस मेनिफेस्टो में जदयू ने कश्मीर के उन पत्थरबाजों को रिहा करने का वादा किया है, जो सेना पर पत्थरबाजी करते रहे हैं। जदयू ने इन पत्थरबाजों को राजनीतिक कैदियों की श्रेणी में रखा है। जदयू के घोषणापत्र में कहा गया है कि “पत्थरबाजी के मामलों की समीक्षा की जाए और शांति और सुलह को बढ़ावा देने के लिए राजनीतिक कैदियों और पत्थरबाजों की रिहाई की सुविधा प्रदान की जाए।”
जदयू के जम्मू-कश्मीर इकाई ने यह भी दावा किया है कि उसने पत्थरबाजों के मामलों की जांच करने और उन्हें जेलों से रिहा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष जीएम शाहीन ने कहा, “हमारे पास घाटी के विभिन्न हिस्सों से 840 पत्थरबाजों के बारे में जानकारी है, जो जेलों में सड़ रहे हैं। उन पर या तो नेशनल कॉन्फ्रेंस या पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान मामला दर्ज किया गया था।” उन्होंने आरोप लगाया कि “पिछली सरकारें सांठगांठ में शामिल थीं और पैसे के लिए युवाओं को गिरफ्तार करती थीं, जिसके कारण उन्हें गृह मंत्रालय से मामलों की समीक्षा करने की मांग करनी पड़ी।”
JDU ने जम्मू-कश्मीर को एक अग्रणी राज्य में बदलने और इसके सभी निवासियों के लिए समृद्धि और सम्मान सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई है। साथ ही पार्टी ने कहा है कि “हमारा घोषणापत्र जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं और आत्म-सम्मान को बहाल करने के हमारे वादे को दर्शाता है।” शाहीन ने कहा कि “हमने दूसरे और तीसरे चरण में उन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिन्होंने अतीत में मुख्यधारा का हिस्सा नहीं बनने का फैसला किया था।”
जदयू के घोषणापत्र में राज्य का दर्जा बहाल करने, जेलों से युवाओं की रिहाई और फल उत्पादकों को लाभ देने जैसे अन्य वादे किए गए हैं। जदयू ने इस बात पर जोर दिया कि घोषणापत्र स्थानीय आबादी की ज्वलंत चिंताओं को दूर करने और क्षेत्र में विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। जदयू का दावा है कि घोषणापत्र जम्मू-कश्मीर के लोगों को पसंद आएगा। जदयू ने दक्षिण कश्मीर के दो प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवारों की भी घोषणा की है। इसमें डॉ. अयूब मट्टू डीएच पोरा, कुलगाम से चुनाव लड़ेंगे और मौलाना डॉ. गुल मुहम्मद अजहरी अनंतनाग दक्षिण से चुनाव लड़ेंगे।