असम में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने सार्वजनिक जगहों पर बीफ खाने से रोक लगा दिया है। अब भाजपा शासित इस राज्य में बीफ बैन के फैसले का एनडीए में ही विरोध शुरू हो गया है। केंद्र और बिहार में भाजपा की सहयोगी जनता दल यूनाइडेट (JDU) ने हिमंता सरकार के फैसले पर आपत्ति जताई है।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने इसे राजधर्म के विपरीत बताया है। साथ ही असम सरकार से फैसले को वापस लेने की मांग की है। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्त राजीव रंजन ने गुरुवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है। लोगों को विकल्प देना चाहिए। सरकार को इससे कोई मतलब नहीं होना चाहिए कि लोग क्या खाएंगे और क्या पहनेंगे। यह फैसला राजधर्म के खिलाफ है और समझ से परे है।
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जेडीयू के नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत का संविधान सभी को खाने-पीने की आजादी देता है। हम होटलों या सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस पर प्रतिबंध का समर्थन नहीं करते हैं। इससे समाज में तनाव फैलेगा, जो पहले से ही काफी ज्यादा है।