बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अब केंद्र सरकार में एमएसएमई विभाग के मंत्री बन चुके हैं। अपनी पार्टी के अकेले सांसद मांझी ने पहले ही मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनकर अन्य कई दलों को पीछे छोड़ दिया। बात करें मंत्रियों को मिले विभागों के बजट की तो इसमें भी जीतन राम मांझी बिहार के अन्य मंत्रियों से आगे हैं। मांझी को मोदी कैबिनेट में एक ही मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है। लेकिन इस मंत्रालय का 2024-25 में बजट 22137.95 करोड़ रुपए है।
वहीं 12 सांसदों वाली जदयू की ओर से कैबिनेट मंत्री बने ललन सिंह को दो मंत्रालयों के तीन विभागों का जिम्मा मिला है। इसमें पंचायती राज विभाग का बजट 1183.64 करोड़ रुपए है। जबकि मत्स्यपालन विभाग का बजट 2584.50 करोड़ रुपए और पशुपालन और डेयरी विभाग का 4521.24 करोड़ रुपए है। यानि ललन सिंह के सभी विभागों को मिलाकर उनके जिम्मे 8289.38 करोड़ रुपए का बजट है जो जीतन राम मांझी के मुकाबले तिगुने से थोड़ा कम है।
लगातार तीसरी बार कैबिनेट मंत्री बने भाजपा के गिरिराज सिंह के विभाग का बजट तो और भी कम है। उन्हें मोदी सरकार में कपड़ा मंत्रालय दिया गया है, जिसका बजट 4392.85 करोड़ रुपए है। जबकि पहली बार में ही सीधे कैबिनेट मंत्री बने चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है, जिसका बजट 3290.00 करोड़ रुपए है।
राज्यमंत्रियों के विभागों का बजट
- गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय : 202868.70 करोड़ रुपए
- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर : 117528.79 करोड़ रुपए
- कोयला व खनन मंत्रालय में राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे : 2133.61 करोड़ रुपए
- जलशक्ति मंत्रालय में राज्यमंत्री राजभूषण चौधरी : 98418.79 करोड़ रुपए