[Team Insider]: कथक डांस के सम्राट पंडित बिरजू महाराज (Pandit Birju Maharaj) का हार्ट अटैक (Heart attack) से निधन हो गया है। वे 83 साल के थे। हार्ट अटैक के बाद रविवार देर रात उन्होंने दिल्ली के साकेत अस्पताल (Saket Hospital) में आखिरी सांस ली पंडित बिरजू महाराज गुर्दे के बीमारी से पीड़ित थें और डायलिसिस उपचार चल रहा था। पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) से सम्मानित बिरजू महाराज ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी डांस कोरियोग्राफ किया भी किया है. 1983 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
अद्वितीय योगदान देकर एक प्रतीक बन गए
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने महान पंडित बिरजू महाराज का निधन एक युग के अंत का प्रतीक बताया है। उन्होंने लिखा है कि यह भारतीय संगीत और सांस्कृतिक स्थान में एक गहरा शून्य छोड़ देता है। वह कथक को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाने में अद्वितीय योगदान देकर एक प्रतीक बन गए। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना।
विश्व भर में विशिष्ट पहचान दी
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट करते हुए लिखा है कि भारतीय नृत्य कला को विश्व भर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है ओम शांति!
बिहार सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर का कला पुरस्कार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ट्विट करते हुए गहरी संवेदना प्रकट करते हुए अपने ट्विटर पर लिखा है कि महान कथक नर्तक और पद्म विभूषण पं० बिरजू महाराज जी का निधन दुःखद। उनके निधन से कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। उन्हें बिहार सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर का कला पुरस्कार 2013 में दिया गया था।
उनकी शैली और कला सदियों तक देशवासियों को प्रेरणा देगी
झारखंड के मुख्यमंत्री ने कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से नृत्य कला क्षेत्र को अपूरणीय क्षति बताया है। उन्होंने सोशल साईट पर लिखा है कि पंडित जी हमारे बीच नहीं हैं, मगर उनकी शैली और कला सदियों तक देशवासियों को प्रेरणा देती रहेगी।
कला जगत की अपूरणीय क्षति
यूपी सीम योगी आदित्यनाथ ने लिखा है कि कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज जी जाना कला जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।