दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) को लेकर सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। जहां एक तरफ पार्टियां अपनी तरफ से चुनावी वादों की घोषणाएं कर रही हैं, वहीं नेताओं का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी जारी है। इस बीच बजट सत्र को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से सात मांगे कर दी है।
‘लूट के सरगना हैं NK और DK… 20 वर्षों के मुख्यमंत्री अदृश्य प्रगति ढूंढ रहे हैं’
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि हम मांग करते हैं कि देश का अगला बजट मिडिल क्लास को समर्पित हो। मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि शिक्षा का बजट 2% से बढ़ाकर 10% किया जाए, प्राइवेट स्कूलों की फीस पर लगाम लगाई जाए। उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति दी जाए।
जीतन राम मांझी बोले- ‘हमें नजरअंदाज किया जा रहा है’, लगता है कैबिनेट से देना पड़ेगा इस्तीफा
स्वास्थ्य का बजट बढ़ाकर 10% किया जाए और स्वास्थ्य बीमा से टैक्स हटाया जाए। IT छूट की सीमा को 7 लाख से बढ़ाकर 10 लाख किया जाए। आवश्यक वस्तुओं पर से GST हटाई जाए। वरिष्ठ नागरिकों के लिए मजबूत सेवानिवृति और पेंशन प्लान बनाई जाए। देशभर के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त इलाज दी जाए। बुजुर्गों को रेलवे में पहले छूट मिलती थी जो बंद कर दी गई है उसे चालू किया जाए।