कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) को एक बार फिर से ओवरसीज कांग्रेस का प्रमुख नियुक्त किया है। इसको लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही अनुमान जता दिया था, कांग्रेस द्वारा सैम पित्रोदा को बर्खास्त करना महज एक चुनावी नौटंकी थी। अब उन्हें इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख के रूप में फिर से बहाल कर दिया गया है, जिससे कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं का पाखंड उजागर हो गया है।
वहीं भाजपा नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि कांग्रेस का यही चरित्र है, जब चुनाव आए तो सत्ता में आने के लिए भ्रम फैलाओ। जो गलत लोग हैं उनको अपने से दूर करो और जब चुनाव खत्म हो जाए तो उन्हें फिर से अपने पास बुला लो। सैम पित्रोदा के कांग्रेस में वापस आने से यह साफ हो गया कि सैम पित्रौदा का हर जहरीला बयान कांग्रेस और उसके शहजादे की ही सोच थी।
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बता दें कि गांधी परिवार के करीबी नेता सैम पित्रोदा लोकसभा चुनाव के दौरान विरासत टैक्स और नस्लीय टिप्पणी को लेकर सैम पित्रोदा विवादों में रहे थे। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान सैम पित्रोदा ने भारतीयों को लेकर नस्लीय टिप्पणी की थी। विवाद बढ़ता देख उन्होंने तुरंत ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, अब फिर से उन्हें ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है।
सैम पित्रोदा सच्चे गांधीवादी
वहीं सैम पित्रोदा को फिर से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर पार्टी नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के सचिव वीरेंद्र वशिष्ठ ने कहा कि सैम भारत में संचार क्रांति के जनक रहे हैं और बीजेपी ने चुनावी लाभ के लिए उनके बयानों को गलत तरीके से पेश किया। कांग्रेस नेतृत्व ने सैम पित्रोदा को एक बार फिर ओवरसीज कांग्रेस की कमान देने से प्रवासी भारतीय बहुत खुश होंगे, क्यूंकि सैम पित्रोदा सच्चे गांधीवादी हैं।