लालू प्रसाद यादव का सपना एक बार फिर टूट गया है। लालू की इच्छा थी कि वो राष्ट्रपति बन जाएं। लेकिन उसके लिए वोट का जुगाड़ करना तो दूर वे प्रस्तावक भी नहीं जुटा सके। नतीजा ये हुआ कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति पद के लिए लालू प्रसाद यादव का नामांकन रद्द कर दिया है। यह पहली बार नहीं है। 2017 में भी उन्होंने प्रयास किया था लेकिन प्रस्तावक तब भी नहीं मिले थे।
वार्ड पार्षद से राष्ट्रपति चुनाव
दरअसल हम जिस लालू प्रसाद यादव की बात कर रहे हैं उन्होंने वार्ड पार्षद का चुनाव से लेकर राष्ट्रपति चुनाव तक में भाग्य आजमाने का प्रयास किया है। नगर पंचायत के बाद विधानसभा, विधान परिषद हर चुनाव लालू ने लड़ लिया है। लेकिन किस्मत ने कभी साथ नहीं दिया। राष्ट्रपति चुनाव में तो लगातार दो प्रयासों में किस्मत ऐसे रुठ रही है कि वे प्रस्तावकों का जुगाड़ भी नहीं कर पा रहे हैं।
Ex सीएम के हम नाम होने से बटोरते हैं सुर्खियां
दरअसल, बात जिस लालू प्रसाद यादव की हो रही है, उनका बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से कोई संबंध नहीं है। ये लालू प्रसाद यादव सारण में मढौरा के रहने वाले हैं। पूर्व सीएम के हम नाम होने के कारण किसी चुनाव में पर्चा भरने पर ये सुर्खियां बन जाते हैं।
8 चुनावों में हार, दो बार नामांकन रद्द
लालू प्रसाद यादव अब तक 10 चुनावों में नामांकन किया है। इसमें से आठ चुनावों में उन्हें हार मिली है। जबकि राष्ट्रपति चुनाव के लिए दो बार उन्होंने नामांकन किया और हर बार रद्द हुआ है।
लालू प्रसाद यादव का चुनावी सफर
साल पद क्षेत्र
2001 वार्ड पार्षद मढ़ौरा नगर पंचायत
2006 वार्ड पार्षद मढ़ौरा नगर पंचायत
2011 वार्ड पार्षद मढ़ौरा नगर पंचायत
2014 सांसद छपरा
2016 विधान पार्षद सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र
2019 सांसद छपरा
2020 विधान पार्षद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र, सारण
2022 विधान पार्षद त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन, सारण
नोट : लालू प्रसाद यादव हर चुनाव में हारे हैं, किसी में जीत नहीं मिली है.