मध्य प्रदेश में इस बार भी कमल तय ही है। भाजपा जीते तो भी जीत कमल की होगी और कांग्रेस जीते तो कमलनाथ मुख्यमंत्री बनेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अगुवाई वाली भाजपा को इस बार कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिली है। कांग्रेस नतीजा 2018 जैसा ही चाहती है। 2018 में यहां कांग्रेस को 230 में से 116 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। हालांकि डेढ़ साल में दल-बदल के बाद कांग्रेस से सत्ता छिन गई थी। शुरुआती रुझान में भाजपा का ही कमल खिल रहा है। मध्य प्रदेश की कुल 230 सीटों से भाजपा को 163 पर जीत मिलती दिख रही है। जबकि कांग्रेस के हिस्से में 66 सीटें आ रही हैं। इसमें भाजपा को 36 सीटों का फायदा दिख रहा है। जबकि कांग्रेस को 30 सीटों का नुकसान हो रहा है।