भारतीय रेलवे त्योहारों पर स्पेशल ट्रेन चलाने, यात्रियों को सुविधाएं देने की कितनी भी बातें कर लें, लेकिन त्योहारों पर भीड़ इतनी अधिक हो जाती है कि सरकार की फजीहत हो ही जाती है। कल गुजरात में सूरत के उधना रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ देखी गई तो आज मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर भीड़ की वजह से भगदड़ मच गई। भगदड़ की वजह से 9 लोग बुरी तरह घायल भी हो गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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बता दें कि बांद्रा टर्मिनस के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर रविवार सुबह भारी भीड़ जमा थी। लोग दीवाली और छठ के त्योहार पर यूपी-बिहार और अन्य राज्यों में जाने के लिए अपने घरों की ओर निकल रहे थे। ट्रेन नंबर 22921, बांद्रा-गोरखपुर एक्सप्रेस में यात्रियों की अत्यधिक भीड़ की वजह से प्लेटफॉर्म पर भगदड़ मच गई। ट्रेन पर चढ़ने के लिए लोग धक्का-मुक्की करने लगे, जिसकी वजह से भगदड़ मच गई।
इस घटना को लेकर मुंबई में विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि जब से प्रधानमंत्री मोदी की सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और रेल मंत्री को फिर से जिम्मेदारी सौंपी गई है, तब से देश में 25 से ज्यादा बड़ी रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। मुंबई जैसे शहर में, जिसे उपनगरीय रेलवे कहा जाता है… देखिए वहां क्या हाल है? आप बुलेट ट्रेन, मेट्रो आदि की बात करते हैं। नितिन गडकरी हवा में बस चलाने की बात करते हैं, लेकिन आप जमीन पर हकीकत देख रहे हैं… बांद्रा में जो हुआ उसके लिए कौन जिम्मेदार है? क्या रेल मंत्री जिम्मेदार नहीं हैं?…”