बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी दलों को भाजपा के खिलाफ लोकसभा चुनाव 2024 में एकजुट करने की मुहिम में लगे हुए हैं। पिछले दो महीने नीतीश कुमार ने विभिन्न राज्यों का दौरा कर विपक्ष के नेताओं से मुलाकात में गुजारी। अब बारी सबको पटना बुलाकर एक टेबल पर लाने की थी। अलग अलग राज्यों में अलग अलग दलों के नेताओं के साथ हुई हर मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने एक ही दावा किया कि बातचीत साकारात्मक हुई है। इसके बाद 12 जून को पटना में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक का ऐलान किया गया। लेकिन अब यह बैठक स्थगित हो गई है।
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तालमेल की कमी से बैठक स्थगित
पटना में 12 जून को होने वाली विपक्षी एकजुटता वाली बैठक होनी थी। लेकिन अब इसे स्थगित कर दिया गया है। इसके पीछे बैठक की तारीख पर कई दलों के नेताओं की अनुपलब्धता है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे इस बैठक से पहले ही अपनी अन्य व्यस्तताओं के कारण किनारा कर चुके थे। अब डीएमके के स्टालिन ने भी अपनी व्यस्तता बताकर बैठक में आने में असमर्थता जता दी थी। वहीं अरविंद केजरीवाल के भी आने की उम्मीद 12 जून को कम ही थी।
अब 23 को हो सकती है बैठक
कई नेताओं की मजबूरियों के कारण आयोजक जदयू ने बैठक को ही टालने का निर्णय लिया है। अब संभावना है कि तय तिथि 12 जून के 11 दिन बाद 23 जून को यह बैठक हो सकती है। हालांकि इस पर आधिकारिक निर्णय अभी जदयू ने नहीं लिया है।