प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले और प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए हैं। ओझा को पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। अवध ओझा, जो उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले हैं, दिल्ली से विधानसभा चुनाव में कूद सकते हैं। इस मौके पर अवध ओझा ने कहा कि उनका राजनीति में आने का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और विकास करना है। उन्होंने अपने फैसले को पार्टी पर छोड़ते हुए कहा, “चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी पर है, मैं शिक्षा के विकास के उद्देश्य से राजनीति में आया हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा ही वह माध्यम है जो परिवार, समाज और राष्ट्र की आत्मा है।
ओझा ने आगे कहा कि “दुनिया के जितने भी महान देश हुए हैं, उनके विकास में शिक्षा का अहम योगदान रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि मनीष सिसोदिया के बयान का समर्थन करते हुए कहा, “अगर मुझे राजनीति और शिक्षा में से किसी एक को चुनना होता तो मैं शिक्षा को ही चुनता। मेरी राजनीति में आने का उद्देश्य शिक्षा का विकास करना है।”
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, तो ओझा ने राजनीति के पारंपरिक अंदाज में जवाब दिया, “अब मैं पार्टी का हिस्सा हूं, पार्टी जो भी आदेश देगी, मैं वही करूंगा।” इस पर अरविंद केजरीवाल ने भी कुछ हद तक सस्पेंस बनाए रखते हुए कहा कि इस सवाल का जवाब जल्द ही मिलेगा। उन्होंने कहा कि ओझा का आम आदमी पार्टी में शामिल होना देश की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद करेगा।
सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय ओझा से पहले यह अटकलें थीं कि वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। वह प्रयागराज से टिकट चाहते थे, लेकिन उनकी उम्मीदवारी अंतिम रूप से फाइनल नहीं हो पाई थी। ओझा ने कई मौकों पर अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल की सराहना की है और अब उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत आम आदमी पार्टी से की है।