तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहने वाले नेता मुलायम सिंह यादव का आज यानि 10 अक्टूबर को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव सैफई में किया जाएगा। बता दें कि सैफई यूपी के इटावा जिले का एक बड़ा गांव है। जहाँ 22 नवम्बर 1939 को मुलायम सिंह यादव जन्म हुआ था। रोचक बात ये है कि सैफई सिर्फ नाम के लिए गांव है यहाँ कई बड़े शहरों से भी बेहतर सुविधाएँ मौजूद हैं। मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने अपने गांव का ऐसा कायाकल्प किया जिसके जैसा दूसरा कोई उदाहरण देखेने को नहीं मिलाता है। उन्होंने अपने गांव में हर वो सुविधाएँ पहुंचाई जो की किसी बड़े शहर में ही देखने को मिलाता है। ऐसी ही सुविधाओं के बारे में आज आपको बताएँगे। जिसको जानने के बाद आप भी कहेंगे की गांव हो तो ऐसा।
गांव में एयरपोर्ट और स्टेडियम
गांव में और एयरपोर्ट और स्टेडियम होना अकल्पनीय बात लगती है। लेकिन ये सच है देश में एक ऐसा भी गांव है जहाँ एयरपोर्ट और स्टेडियम भी है। वो गांव कोई और नहीं मुलायम सिंह यादव का पैतृक गांव सैफई है। मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री रहते हुए सैफई में एयरपोर्ट बनवाया जहाँ नाईट लैंडिंग की भी सुविधा है। साथ ही उन्होंने सैफई में एक वर्ल्ड क्लास स्टेडियम भी बनवाया है।
गांव में मेडिकल यूनिवर्सिटी भी है
सैफई में स्वस्थ्य सहित शिक्षा व्यवस्था भी बहत बेहतरीन है। ये सब मुलायम सिंह यादव की देन है। मुलायम सिंह ने सैफई में ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान के नाम से मेडिकल कालेज नींव रखी थी। बाद में जब उनके बेटे अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने तब उन्होंने इस कॉलेज को मेडिकल यूनिवर्सिटी के रूप में विकसित किया।
लायन सफारी भी बनाया गया
मुलायम सिंह यादव का सपना था कि अपने पैतृक जिले में एक लायन सफारी बनाया जाए। उनके इस सपने को उनके बेटे अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पूरा किया। इतवा में करीब 350 हेक्टेयर में में कारोड़ों रुपये खर्च कर के लायन सफारी बनाया गया है।
सैफई महोत्सव का आयोजन
मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव में सैफई महोत्सव का आयोजन करना शुरू किया। इस महोत्सव के आयोजन में करोड़ो रूपया खर्च किया जाता रहा है। इस महोत्सव में कविसम्मेलन से लेकर बॉलीवुड नाईट सब होता रहा है। जिसमें बॉलीवुड की बड़ी हस्ती शिरकत कर चुके हैं। ये महोत्सव काफी विवादों में रहा जिसका कारण इसमें खर्च किया जाने वाला पैसा है।