फरवरी-मार्च में हुए मतदान वाले सभी पांच राज्यों में कांग्रेस पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। जिसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनावी पराजय पर चर्चा करने के लिए सीडब्ल्यूसी (Congress Working Committee) की एक महत्वपूर्ण बैठक सोनिया गांधी के अध्यक्षता में हुई। जिसमें सोनिया गांधी ने कहा कि वह खुद पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पार्टी चाहें तो इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। हालांकि पार्टी की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने सर्वसम्मति से उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
आम आदमी पार्टी से हार का सामना
फरवरी-मार्च में हुए मतदान वाले सभी पांच राज्यों में कांग्रेस पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी भाजपा को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में सत्ता बनाए रखने से नहीं रोक सकी। यहां तक कि पार्टी को पंजाब में भी आम आदमी पार्टी से हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने करीब चार घंटे तक चली बैठक के बाद कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ पार्टी के लिए कुर्बानी देने को तैयार हैं लेकिन हम सभी ने इसे खारिज कर दिया।
आवश्यक बदलाव करने को तैयार
सूत्रों ने कहा कि महत्वपूर्ण बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी नेताओं की बात सुनी और कहा कि वह पार्टी को मजबूत करने के लिए आवश्यक बदलाव करने को तैयार हैं। उन्होंने ने यह भी कहा कि पांच राज्यों के हालिया विधानसभा चुनाव परिणाम पार्टी के लिए गंभीर चिंता का कारण हैं। पार्टी स्वीकार करती है कि हमारी रणनीति में कमियों के कारण हम चार राज्यों में भाजपा राज्य सरकारों के कुशासन को प्रभावी ढंग से उजागर नहीं कर सके और नेतृत्व में बदलाव के बाद कम समय में पंजाब राज्य में सत्ता विरोधी लहर पर काबू पा सके। आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी आज देश में व्याप्त राजनीतिक अधिनायकवाद के खिलाफ लाखों भारतीयों की आशाओं का प्रतिनिधित्व करती है और पार्टी अपनी विशाल जिम्मेदारी के लिए पूरी तरह से जागरूक है।
इस बीच, कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी कहा कि सोनिया गांधी संगठन को सुधार और फिर से मजबूत करने के लिए तुरंत सुधारात्मक उपाय करेंगी।