कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) ने मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए 26 मार्च को पार्टी महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की बैठक बुलाई है। वहीं इस बैठक को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी मुख्यालय में बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सूत्रों के मुताबिक बैठक में सदस्यता अभियान की प्रगति की समीक्षा करेंगी और साथ ही राष्ट्रव्यापी आंदोलन फिर से शुरू करेंगी। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में पांच राज्यों में हार के बाद कांग्रेस प्रमुख पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं। इस बीच, सोनिया गांधी ने असंतुष्ट पार्टी के नेताओं से कहा है कि पार्टी की समस्याओं पर असंतुष्ट नेताओं की चिंता को समझा गया था, लेकिन उन्हें पार्टी के ढांचे में किसी भी बदलाव के लिए चुनावों की प्रतीक्षा करनी होगी। बता दें कि कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट नेता पार्टी में संगठनात्मक बदलाव चाहते थें।
एकजुट रहने का वादा
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष ने हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें पंजाब जैसी स्थिति से बचने के लिए एकजुट रहने की सलाह दी। बैठक में, नेताओं ने पंजाब सहित पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में चुनावी हार के मद्देनजर आगे के रोड़ मैप पर चर्चा की, जहां यह सरकार में थी। कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं से प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबले के लिए चुनावी रणनीति तैयार करने को भी कहा है। सूत्रों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सभी नेताओं ने सोनिया गांधी से वादा किया था कि वे एकजुट रहेंगे और पंजाब जैसी स्थिति वहां नहीं दोहराई जाएगी। पार्टी नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि केंद्रीय नेतृत्व जैसा भी फैसला लेगा राज्य के नता स्वीकार करेंगे।