भारत राष्ट्र कि सुरक्षा के लिए लगातार कार्य कर रहा है. इसी कड़ी में रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने शुक्रवार को सशस्त्र बलों को मजबूती देने के लिए 84,560 करोड़ रुपये के सैन्य हार्डवेयर खरीदने की मंजूरी दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली DAC ने इन खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी।
प्रमुख प्रस्तावों में शामिल हैं:
- 15 मध्यम दूरी के समुद्री टोही और बहुउद्देश्यीय समुद्री विमान (29,000 करोड़ रुपये)
- नई पीढ़ी की टैंक रोधी बारूदी सुरंगें
- वायु रक्षा सामरिक नियंत्रण रडार
- भारी वजन वाले टॉरपीडो
- उड़ान रिफ्यूलर विमान
- साफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो
इन उपकरणों की खरीद से भारतीय सेना की लड़ाकू क्षमता में वृद्धि होगी. जिसकी वजह से सीमाओं की सुरक्षा और मजबूत होगी. इसके अलावा आए दिन हो रही आतांवादियों की घुसपैठ और आतंकवाद का मुकाबला करने में मदद मिलेगी.
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इन उपकरणों की खरीद भारत की “आत्मनिर्भर भारत” पहल के अनुरूप है. इन उपकरणों को भारत में ही बनाया जाएगा. इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. बता दें कि यह DAC की इस साल की दूसरी बैठक थी। पिछली बैठक में DAC ने 70,000 करोड़ रुपये के सैन्य हार्डवेयर खरीदने की मंजूरी दी थी। यह कदम भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।