राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार के कैमूर और उत्तर प्रदेश के बलिया में कुल 11 ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी सीपीआई (माओवादी) से जुड़े भारत विरोधी गतिविधियों के मामले में की गई। छापेमारी के दौरान NIA टीम को मोबाइल फोन, सिम कार्ड, कई डिजिटल उपकरण, नक्सली वर्दी और संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए।
दरअसल, पिछले साल 10 नवंबर को बलिया से हथियार, आपत्तिजनक दस्तावेज, साहित्य और किताबों के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले को पहले उत्तर प्रदेश एटीएस ने दर्ज किया था, बाद में एनआईए ने जांच अपने हाथ में ले ली। अब तक की जांच में सामने आया है कि नक्सली उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में अपने गिरोह को फिर से खड़ा करने की साजिश रच रहे थे। इस मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों के खिलाफ फरवरी में ही चार्जशीट दायर कर दी गई थी। इसी सिलसिले में कैमूर और बलिया में यह छापेमारी की गई।
जानकारी के अनुसार बेलांव थाना क्षेत्र के बसुहारी गांव में भी एनआईए की टीम ने शनिवार को छापेमारी की। हालांकि, इस दौरान किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, कुछ साल पहले बसुहारी गांव के रहने वाले नथुनी राम के घर से एक नक्सली को गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त हथियार भी बरामद हुए थे। इसी मामले के सिलसिले में एनआईए की टीम नथुनी राम के घर पहुंची और तलाशी ली तथा पूछताछ की। इसके बाद टीम वापस लौट गई।