भारतीय जनता पार्टी पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। पंजाब भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने जानकारी दी है कि बीजेपी पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। जानकारी के मुताबिक, अब राज्य में अकाली और बीजेपी का गठबंधन नहीं होगा। सुनील जाखड़ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक वीडियो जारी कर इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों के लिए बीजेपी ने ये फैसला लिया है।
भाजपा और अकाली दल के बीच गठबंधन न होने के कारणों का स्पष्ट खुलासा अब तक नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि दोनों में सीटों के बंटवारे को लेकर मतभेद था, क्योंकि अकाली दल ने 9 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा था और शेष चार सीटें बीजेपी को देने की पेशकश की थी। हालांकि, बीजेपी ने पीएम मोदी की व्यापक लोकप्रियता को दर्शाते हुए बड़ी हिस्सेदारी मांगी।
सुनील जाखड़ ने कहा है कि भाजपा ने चुनाव में अकेले लड़ने का फैसला जनता, कार्यकर्ताओं और नेताओं की राय लेने के बाद किया है। सुनील जाखड़ ने भाजपा सरकार द्वारा किसानों के हितों में किए गए फैसले, करतारपुर कॉरिडोर और केंद्र सरकार द्वारा पंजाब के लिए किए गए अन्य कार्यों का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि पंजाब की सरहदों, अमन चैन आदि को मजबूत रख के ही भारत की तरक्की हो सकती है। जाखड़ ने कहा है कि उन्हें भरोसा है कि पंजाब के लोग भाजपा को वोट देकर देश की उन्नति में योगदान देंगे।
बताते चलें कि पंजाब में प्रभावी सर्व शिरोमणि अकाली दल 1997 से लेकर सितंबर 2020 तक भाजपा की पुरानी सहयोगी पार्टी रही है। हालांकि, साल 2020 में तीन कृषि कानूनों के विरोध में हरसिमरत कौर बादल ने केंद्र सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके कुछ दिनों बाद ही दोनों पार्टियों के रास्ते अलग हो गए थे। बाद में कृषि कानूनों को वापस ले लिया गया। दोनों दलों ने पंजाब विधानसभा चुनाव भी अलग-अलग ही लड़ा था।
बता दें कि जाब में लोकसभा की कुल 13 सीटें हैं और यहां चुनाव एक ही चरण में संपन्न कराएगा। पंजाब में लोकसभा चुनाव के अंतिम यानि 7वें चरण में 1 जून को मतदान होगा। इसके साथ ही यहां मतगणना 4 जून को ही होगी।