2024 लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) के परिणाम आ गए हैं। केंद्र में एक बार फिर से मोदी सरकार बनाने की कवायद भी तेज हो गई है। लेकिन नतीजों पर गौर करें तो चार सौर पार का नारा देने वाली भाजपा कई राज्यों में खराब प्रदर्शन कर कई सीटें गवां दी है। उनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र है। भाजपा के खराब प्रदर्शन का साइड इफेक्ट महाराष्ट्र में तो दिख गया, जहां उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी खुद उठाते हुए इस्तीफा दे दिया है। लेकिन उत्तर प्रदेश में जहां भाजपा की स्थिति पिछली बार से ज्यादा खराब हुई है वहां हार की जिम्मेदारी अभी कोई नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अभी इस पार मौन है। अब सवाल उठता है कि योगी आदित्यनाथ देवेंद्र फडणवीस की रह पार चलते हुए हार की जिम्मेदारी लेंगे और खुद इस्तीफा देंगे, या केन्द्रीय नेतृत्व को कोई एक्शन लेना होगा ?
महारष्ट्र में कितना नुकसान
बात महाराष्ट्र की करें तो नए सियासी गठबंधन बनने के बाद पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को बड़ा झटका लगा है। राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 30 लोकसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन की जीत हुई है जबकि राज्य में एनडीए को सिर्फ 17 लोकसभा सीटें नसीब हुई हैं। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस पार्टी ने जीती हैं। कांग्रेस पार्टी को महाराष्ट्र में 13 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई है। उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे ने 9 और शरद पवार की एनसीपी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है।
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बात अगर एनडीए की करें तो महाराष्ट्र में बीजेपी ने नौ लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की, एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना सात और अजित पवार की एनसीपी एक लोकसभा सीट पर जीती। राज्य में एक लोकसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने भी जीत दर्ज की। महाराष्ट्र में लगा झटका बीजेपी के लिए किसी बड़े सदमे से कम नहीं है। राज्य में पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 23 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि उसके साथ गठबंधन में चुनाव लड़ी ‘संयुक्त’ शिवसेना को 18 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
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यूपी में कितना नुकसान
बात उत्तर प्रदेश की करें तो प्रदेश में समाजवादी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। सपा को 37 सीटें मिली। सपा-कांग्रेस गठबंधन को 43 सीटें मिली। BJP को तगड़ा झटका लगा है और वह 33 सीटों पर सिमट गई है। NDA के खाते में करीब 36 सीटें आई हैं। इसमें रालोद की 2 सीटें और अपना दल (सोनेलाल) की 1 सीट शामिल हैं। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग 1.50 लाख मतों के अंतर से जीत पाए जो पिछली बार की तुलना में बहुत कम। पिछली बार बीजेपी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार उसे 29 सीटों का नुकसान हुआ है। वहीं, सपा को पिछली बार के मुकाबले 32 सीटों का फायदा हुआ है। सपा ने इस चुनाव में 37 सीटों पर जीत दर्ज की है।