देश में वन नेशन वन इलेक्शन की चर्चा शुरू हो चुकी है। इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक कमेटी भी बनी है। भाजपा वन नेशन वन इलेक्शन की समर्थक रही है। अब जदयू ने भी अपना स्टैंड साफ कर दिया है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने एक्स पर पोस्ट लिखकर बताया है कि जदयू वन नेशन वन इलेक्शन के पक्ष में है। संजय झा ने कहा है कि मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार शुरू से ही ‘एक देश एक चुनाव’ की नीति के समर्थक रहे हैं। साथ ही संजय झा ने यह भी बताया है कि दिल्ली में जदयू संसदीय दल के नेता ललन सिंह के साथ पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति से मुलाकात कर ‘One Nation one Election’ के संदर्भ में जनता दल (यूनाइटेड) के नजरिये से संबंधित आधिकारिक ज्ञापन सौंपा।
संजय झा ने बताया है कि नीतीश कुमार और हमारी पार्टी जदयू का मानना है कि सुशासन की संरचना को मजबूत करने की दिशा में ‘एक देश एक चुनाव’ एक महत्वपूर्ण कदम होगा। भारत के विधि आयोग ने निर्वाचन विधियों में सुधार से संबंधित अपनी रिपोर्ट में ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ की सिफारिश की है, जिस पर उच्चस्तरीय समिति विचार कर रही है। जदयू ने इस संदर्भ में देशभर में सीआईआई, फिक्की, एसोचैम सहित विभिन्न औद्योगिक, नागरिक एवं अन्य संगठनों के साथ अब तक हुए विमर्श में उभरी राय पर गंभीरता से विचार किया है। साथ ही, भारत में एक साथ चुनाव कराने के इतिहास को भी ध्यान में रखा है। वर्ष 1947 में आजादी मिलने के बाद से लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव अधिकतर एक साथ आयोजित हुए थे, लेकिन 1960 के दशक के अंतिम वर्षों से एक साथ चुनाव का सिलसिला विभिन्न कारणों से बाधित हो गया।
विधि आयोग की रिपोर्ट और इससे संबंधित तमाम तथ्यों एवं बहसों पर गंभीरता से विचार करते हुए जदयू ने लोकसभा और राज्य विधानमंडल के चुनाव एक साथ कराने, जबकि पंचायतों और नगर पालिकाओं के चुनाव एक साथ कराने, लेकिन संसदीय चुनाव और पंचायती राज के चुनाव अलग-अलग कराने के पक्ष में अपना समर्थन व्यक्त किया है।
इससे पहले वर्ष 2018 में भारत के विधि आयोग द्वारा आमंत्रित सुझावों के जवाब में भी माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार और जदयू ने लोकसभा तथा विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की नीति को अपना समर्थन दिया था। आज उच्चस्तरीय समिति को सौंपा गया ज्ञापन ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ की नीति को पूर्व में दिये गये समर्थन के ही अनुरूप है।