लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी के भाषण (PM Modi Speech) पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है। प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के 11 संकल्पों को खोखला बताया। उन्होंने कहा, अगर प्रधानमंत्री जी भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, तो उन्हें अडाणी पर बहस करनी चाहिए। प्रियंका गांधी ने कहा, मेरे लिए यह नया अहसास था, मैंने सोचा था कि प्रधानमंत्री जी कुछ नया बोलेंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
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समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने कहा, “हम निराश हैं कि उन्होंने (पीएम मोदी) संविधान के बारे में बात की लेकिन उन्होंने संभल, यूपी में कानून और व्यवस्था की स्थिति, अल्पसंख्यकों के अधिकार और मणिपुर मुद्दे पर कुछ नहीं कहा… उन्होंने लोगों के मुद्दों को संबोधित नहीं किया।” वहीं सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री के अगर पुराने संकल्प पूरे हुए होते तो नए संकल्पों पर चर्चा भी की जा सकती थी… बहुत सारी बातें प्रधानमंत्री 2014 से करते आ रहे हैं। पुरानी बातें जब तक पूरी नहीं होतीं तब तक नई बातों से उम्मीद लगाना बेकार है।”
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, “आपातकाल देश की संवैधानिक यात्रा का सबसे काला अध्याय है। अपनी कुर्सी बचाने के लिए लोगों के अधिकार छीने गए, विपक्षी नेताओं को जेल में बंद किया गया, सेंसर लगाया गया… ये(विपक्ष) हमसे बात करते हैं?… जब 75 साल की बात कर रहे हैं तो (आपातकाल के)काले अध्याय को बताना जरूरी है।” भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा, “यह ऐतिहासिक भाषण था। विपक्ष को सीखना चाहिए कि जब कथनी और करनी में अंतर नहीं होता तो भाषण कैसे दिया जाता है… प्रधानमंत्री की शालीनता की आज चर्चा हो रही है। जैसे उन्होंने विपक्ष का न तो नाम लिया और न ही उन्हें अपनी चर्चा में लाए… वो 11 संकल्प बहुत बड़ी चर्चा का विषय हैं…”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “उन्होंने(पीएम मोदी) कांग्रेस ने जो संविधान की धज्जियां उड़ाई उसका पर्चा-पर्चा उखेर दिया और बताया कि हमारी सरकार ने संविधान में जो परिवर्तन किए वो गरीबों के लिए किए… समान नागरिक संहिता को कांग्रेस ने रोका, हम इसे लाएंगे।” जदयू नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन(ललन) सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री ने विस्तार से कांग्रेस पार्टी को आइना दिखाया है कि कांग्रेस पार्टी आजादी के बाद से आज तक जब तक शासन में रही तब तक किस तरह संविधान की उन्होंने धज्जियां उड़ाई। संविधान के प्रति उनका कोई मान नहीं है…”
क्या कहा पीएम मोदी ने
पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संविधान पर चर्चा के दौरान कांग्रेस को संविधान का शिकार करने वाली पार्टी बताया। उन्होंने 1 घंटे 49 मिनट की स्पीच में कहा कि संविधान संशोधन करने का ऐसा खून कांग्रेस के मुंह लग गया कि वह समय-समय पर संविधान का शिकार करती रही। संविधान की आत्मा को लहूलुहान करती रही। करीब 6 दशक में 75 बार संविधान बदला गया।
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उन्होंने कहा कि इतिहास कह रहा है कि नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक सभी ने संविधान का दुरुपयोग किया। इनकी नई पीढ़ी भी उसी रास्ते पर है। नेहरू जी से राजीव गांधी तक कांग्रेस के प्रधानमंत्रियों ने आरक्षण का विरोध किया। नेहरू जी ने लंबी-लंबी चिट्ठियां लिखीं। मोदी बोले- इमरजेंसी आई, संवैधानिक व्यवस्थाओं को खत्म कर दिया। देश को जेलखाना बना दिया, अधिकारों को लूट लिया, प्रेस की स्वतंत्रता को ताले लगा दिए। कांग्रेस के माथे पर ये जो पाप है, वो कभी भी धुलने वाला नहीं है। जब लोकतंत्र की चर्चा होगी, ये पाप धुलने वाला नहीं है।