राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) संसद ने दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सरकार के विकास कार्यों की चर्चा के साथ ही नीट पेपर लीक प्रकरण, नागरिकता कानून और इमरजेंसी जैसे मुद्दों पर भी बात की। राष्ट्रपति ने भारत की अर्थव्यवस्था, गरीबों और किसानों की बात की। हालांकि विपक्ष ने इसको लेकर राष्ट्रपति पर तंज कसा है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और सपा सांसद अखिलेश यादव ने इसे सरकारी भाषण कहा है।
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भाजपा अभी भी ये समझ रही है कि वो 2019 के नतीजों में है। इस पूरे राष्ट्रपति के भाषण में कहीं भी अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल नहीं हुआ। आखिर क्यों? इतनी नफरत क्यों है? देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार नौजवान हैं, उनके बारे में सिर्फ बातें हो रही हैं।
NEET पेपर लीक, CAA, इमरजेंसी… संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण
समाजवादी पार्टी सांसद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “ये सरकार का भाषण था। जब सरकार ये दावा करती है कि दुनिया की 5वीं अर्थव्यवस्था है और तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन जाएगी तो किसान क्यों दुखी है? किसान क्यों संकट में है। जो कहानी बताई जा रही है क्या हमारा किसान भी उसी तरीके से खुशहाल हो गया है? अगर हम 5वें नंबर पर हैं तो हमारे युवा बेरोजगार क्यों हैं? अग्निवीर क्यों लागू करनी पड़ रही है? इतनी महंगाई क्यों हैं? कुछ लोगों के ग्रोथ से देश की ग्रोथ नहीं हो सकती है। कुछ लोगों की ग्रोथ से हमारा नंबर अच्छा हो सकता है लेकिन हमारे किसान गरीब के लिए सरकार के पास क्या है?”