एनआईए द्वारा हाल में पीएफआई कैडर के मोहम्मद याकूब खान और शाहीद रजा को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ही पर देशविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप है। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया मामले में पूर्वी चंपारण से गिरफ्तार किये गये ये दोनों युवक अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के विरोधी थे और इसके विरोध में कई दिनों से इन्टरनेट पर प्रशिक्षण सत्र का आयोजन करते आ रहे थे।
राम मंदिर ही नहीं, देश विरोधी गतिविधियों को भी अपने भड़काऊ भाषणों और पोस्ट से ये दोंनो बदमाश बढ़ावा देने का काम कर रहे थे। ताज्जुब की बात तो ये रही कि बाबरी मस्जिद को फिर से स्थापित करने के समर्थन में जब याकूब उर्फ़ सुल्तान उर्फ़ उस्मान ने पोस्ट डाला और इसका विरोध जब विशेष समुदाय के लोगों द्वारा किया गया, तो उसने कुछ युवकों को टारगेट करते हुए अपने पास तरह तरह के हथियार और गोला बारूद जमा करना शुरू कर दिया, ताकि उनसे बदला ले सके। पिछली बार भी जब रामशिला को अयोध्या में स्थापित करने के लिए ले जाया जा रहा था, तो याकूब ने इसका विडियो शेयर कर आपत्तिजनक बातें की थी।
एनआईए ने जब दोनों लड़कों को गिरफ्तार किया तो सारी बातें खुल कर सामने आयीं। याकूब आतंकवादी संगठन पीएफ़आई से जुड़ा हुआ था तथा गुप्त रूप से आग्नेय अस्त्रों के अलावा तलवारबाजी, भाला और चाकू चलाना ,बम बनाना और कुम्फु कराटे व मार्शलआर्ट भी उसने सीख रखा था। एक प्रकार से कहा जाए तो आतंकवाद की सारी प्राथमिक विद्याओं को वह कंठस्थ कर चुका था।
विदित हो कि पीएफआई मामले में 26 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिनमें अब तक कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पीएफआइ 2047 तक भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने की साजिश पर काम कर रहा था।