छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कोंडापल्ली गांव में इस गणतंत्र दिवस पर उत्साह और विश्वास की अनोखी झलक देखने को मिली। CRPF की 170वीं बटालियन द्वारा स्थापित अग्रिम परिचालन बेस (एफओबी) ने ग्रामीणों और बच्चों को नए सपनों और संभावनाओं से जोड़ा है।
एफओबी: बदलाव की शुरुआत
कोंडापल्ली में यह एफओबी 13 नवंबर 2024 को सीआरपीएफ की 170 बटालियन के बहादुर जवानों ने स्थापित किया। यह बेस न केवल सुरक्षा का प्रतीक है, बल्कि क्षेत्र में बदलाव और विकास की कहानी भी लिख रहा है।
गणतंत्र दिवस पर ग्रामीणों की भागीदारी
गणतंत्र दिवस के अवसर पर एफओबी पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणों और बच्चों ने हिस्सा लिया। उनकी उपस्थिति यह दिखाती है कि सीआरपीएफ ने स्थानीय समुदाय के दिलों में जगह बनाई है। झंडारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच ग्रामीणों ने सीआरपीएफ के साथ अपने विश्वास और जुड़ाव को मजबूत किया।
विकास की ओर कदम
एफओबी की स्थापना के बाद, बस्तर के नक्सल प्रभावित कोर जोन में विकास की गति तेज हुई है। कोंडापल्ली के ग्रामीण अब सड़क, बिजली, पानी, राशन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। सीआरपीएफ की मदद से इन दूरस्थ इलाकों में न केवल सुरक्षा का माहौल बना है, बल्कि जीवन स्तर भी सुधर रहा है।
आदर्श बदलाव का प्रतीक
कोंडापल्ली का एफओबी बस्तर में बदलाव और शांति का नया प्रतीक बन रहा है। ग्रामीणों के लिए यह विकास की राह पर बढ़ने का अवसर है। सीआरपीएफ का यह प्रयास न केवल सुरक्षा के दायरे में है, बल्कि समाज को एक नई दिशा देने का भी है।
यह गणतंत्र दिवस कोंडापल्ली के लिए सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि बदलाव और उम्मीदों का प्रतीक भी रहा। सीआरपीएफ और स्थानीय समुदाय की इस साझेदारी ने विकास और विश्वास की नई कहानी लिख दी है।