InsiderLive: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 28 दिसंबर को कानपुर के दौरे पर हैं। आज वे वहां IIT कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। पीएम ने कहा कि कानपुर के लिए आज का दिन दोहरी खुशी का दिन है। एक तरफ कानपुर को मेट्रो रेल की सुविधा मिल रही है तो दूसरी तरफ तकनीक की दुनिया को भी आईआईटी कानपुर से अमूल्य तोहफे मिल रहे हैं। पीएम मोदी ने दीक्षांत समारोह में कहा कि जब आपने IIT कानपुर में प्रवेश लिया, तो आपको अज्ञात का भय अवश्य हुआ होगा। आईआईटी कानपुर ने आपको इससे बाहर निकाला है और आपको एक विशाल कैनवास दिया है। आज, आपके पास पूरी दुनिया का पता लगाने का विश्वास है, सर्वश्रेष्ठ की तलाश है।
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है – PM Modi
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के इस 75वें वर्ष में, हमारे पास 75 से अधिक यूनिकॉर्न हैं, 50,000 से अधिक स्टार्ट-अप हैं। इनमें से 10,000 तो पिछले 6 महीने में ही आए हैं। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है। दीक्षांत समारोह के दौरान, सभी छात्रों को राष्ट्रीय ब्लॉकचैन परियोजना के तहत संस्थान में विकसित एक आंतरिक ब्लॉकचैन संचालित तकनीक के माध्यम से डिजिटल डिग्री जारी की गयी। प्रधानमंत्री ने ब्लॉकचेन आधारित डिजिटल डिग्रियों का शुभारंभ किया। ये डिजिटल डिग्री विश्व स्तर पर सत्यापित की जा सकती है।
पीएम मोदी ने कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का किया उद्घाटन
वहीं इसके बाद पीएम दोपहर 1:30 बजे कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के पूर्ण खंड का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री बीना-पनकी मल्टीप्रोडक्ट पाइपलाइन परियोजना का भी उद्घाटन किया। बता दें कि शहरी गतिशीलता में सुधार करने पर प्रधानमंत्री का प्रमुख फोकस क्षेत्रों में से एक रहा है। कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के पूर्ण खंड का उद्घाटन इस दिशा में एक और कदम है। यह पूरा 9 किलोमीटर लंबा खंड आईआईटी कानपुर से मोती झील तक है।
बीना-पनकी मल्टीप्रोडक्ट पाइपलाइन परियोजना का भी हुई शुुरू
प्रधानमंत्री कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का निरीक्षण करेंगे और आईआईटी मेट्रो स्टेशन से गीता नगर तक मेट्रो की सवारी करेंगे। कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना की पूरी लंबाई 32 किलोमीटर है। इसे 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री बीना-पनकी मल्टीप्रोडक्ट पाइपलाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे। 356 किलोमीटर लंबी इस परियोजना की क्षमता लगभग 3.45 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष है। मध्य प्रदेश में बीना रिफाइनरी से लेकर कानपुर के पनकी तक फैले इस प्रोजेक्ट को 1500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। यह क्षेत्र को बीना रिफाइनरी से पेट्रोलियम उत्पादों तक पहुंचने में मदद करेगा।