संसद सत्र का आज 7वां दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं। जैसे ही मोदी ने स्पीच शुरू की। विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। कहा- तानाशाही नहीं चलेगी। पीएम ने कहा- ‘हमने दुनिया को दिखा दिया कि ये विश्व का सबसे बड़ा चुनावी अभियान था। देश की जनता ने दुनिया के सबसे बड़े चुनावी अभियान ने हमें चुना है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बावजूद उनकी घोर पराजय हुई। लोकसभा में प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान लगाता हंगामा होता रहा। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि ये ठीक नहीं है।’
नए सांसदों की तारीफ
सभापति जी, मैं राष्ट्रपति जी के भाषण के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए उपस्थित हुआ हूं। राष्ट्रपति जी ने विकसित भारत के संकल्प को विस्तार दिया है। आदरणीय राष्ट्रपति महोदया जी ने अहम विषय उठाए हैं। उन्होंने हम सबका और देश का मार्गदर्शन किया है। इसके लिए मैं राष्ट्रपति जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। सभापति जी, कल और आज कई सदस्यों ने राष्ट्रपति जी के अभिभाषण पर विचार व्यक्त किए। मैं विशेषकर पहली बार जो हमारे बीच सांसद बनकर आए हैं, उन्होंने जो विचार रखे, संसद के सभी नियमों का पालन करके हुए किए। उनका व्यवहार ऐसा था, जैसा किसी अनुभवी सांसद का होता है। इसलिए पहली बार आने के बावजूद भी उन्होंने सदन की गरिमा बढ़ाई और अपने विचारों से इस डिबेट को मूल्यवान बनाया है।
10 साल में 30 करोड़ गरीबी से निकले
मोदी ने कहा, ‘सभापति जी, ये विश्व का सबसे चुनावी अभियान और इसमें हमें देश की जनता ने तीसरी बार सेवा करने का मौका दिया है। यह विश्व के लिए बहुत ही गौरवपूर्ण घटना है। हमें हम कसौटी पर कसने के बाद देश की जनता ने ये जनादेश दिया है। जनता ने हमारे 10 साल के कार्यकाल को देखा है। जनता ने देखा कि गरीबों के कल्याण के लिए हमने जिस समर्पण भाव से काम किया, उसके कारण 10 साल में 30 करोड़ गरीबी से निकले। इतने कम समय में इतने लोगों को गरीबी से बाहर निकलना हमारे लिए आशीर्वाद का कारण बना।’
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मोदी ने कहा कि सर्वधर्म सम्भाव को कायम रखते हुए हमने काम करने का प्रयास किया है। देश ने लंबे अर्से तक तुष्टीकरण की राजनीति देखी, तुष्टीकरण का मॉडल भी देखा। हमने तुष्टीकरण नहीं, संतुष्टिकरण को लेकर चले। गवर्नेंस की आखिरी व्यक्ति तक पहुंचने की संकल्पना को पूरा करना है। सेचुरेशन सच्चे अर्थ में सामाजिक न्याय होता है, यह सच्चे अर्थ में सेक्युलरिज्म होता है। इसलिए जनता ने हमारी तीसरी सरकार पर मुहर लगा दी है।
‘मैं सभी 80 सीटें जीत जाऊंगा तब भी भरोसा नहीं है… EVM का मुद्दा खत्म नहीं हुआ है’
हम जस्टिस फॉर ऑल सिद्धांत को लेकर चले। देश ने हमें 10 साल तक परखा, इसके बाद फिर समर्थन किया। हमें फिर 140 करोड़ देशवासियों की सेवा करने का मौका मिला। चुनाव ने इस बात को सिद्ध किया कि भारत की जनता कितनी परिपक्व है, भारत की जनता कितनी विवेकपूर्ण और कितने उच्चादर्शों को लेकर चलती है। हम देश के सामने नम्रतापूर्वक सेवा करने के लिए उपलब्ध हुए हैं।