जातीय गणना को लेकर देश की राजनीति उबाल पर है। जब से बिहार के जातीय गणना की रिपोर्ट जारी हुई है तभी से अन्य राज्यों में भी इसकी मांग तेज हो गई है। भाजपा के विरोधी दल खास कर इस मुद्दे को जोरों-शोरों से उठा रही है। विपक्ष की कोशिश लोकसभा चुनाव में जातीय गणना को बड़ा मुद्दा बनाने की है। लेकिन अब भाजपा की तरफ से इसकी काट खोजी जा रही है। इस संबंध में पीएम मोदी ने आज एक बयान दिया है। उनके अनुसार देश में सिर्फ चार जतियां है।
देश में सिर्फ चार जातियां
दरअसल, पीएम मोदी आज विकसित भारत संकल्प यात्रा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा कि “मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है गरीब, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है युवा, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है महिलाएं, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है किसान. इन चार जातियों का उत्थान ही भारत को विकसित बनाएगा।” हालांकि पीएम मोदी ने जातीय गणना का खुलकर जिक्र नहीं किया। लेकिन उनके इस बयान ने बहुत कुछ साफ कर दिया है।
BJP को मिला जातीय गणना का तोड़
बता दें कि जातीय गणना ऐसा मुद्दा बन गया है जिसका भाजपा न खुलकर समर्थन कर पा रही है ना ही विरोध। बिहार में जातीय गणना का भाजपा द्वारा भी समर्थन किया गया। लेकिन जब केंद्र से जातीय जनगणना की मांग की जाती तो भाजपा चुप्पी साध लेती है। विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर लगातर केंद्र सरकार पर हमलावर है। जिसका तोड़ भाजपा नेताओं को नहीं मिल रहा था। लेकिन अब पीएम मोदी ने भाजपा नेताओं को इसका तोड़ बता दिया है।