प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में बोल रहे हैं। उन्होंने कहा- हमने 5 दशक तक गरीबी हटाओ के झूठे नारे सुने। हमने गरीब को झूठे नारे नहीं, सच्चा विकास दिया है। 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए हैं।
पीएम ने राहुल का नाम लिए बिना कहा- गरीबों की झोपड़ी में फोटो सेशन कराने वालों को गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी। राहुल गांधी ने सोमवार को कहा था- राष्ट्रपति का भाषण बोरिंग था। मोदी ने केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा- हमने भ्रष्टाचार पर रोक लगाकर देश के बनाया, इस पैसे से शीश महल नहीं बनवाया।
2014 में जब आए तब मान्य विपक्ष नहीं था। उतने अंक भी लेकर कोई नहीं आया था, अनेक कानून ऐसे थे हमें पूरी स्वतंत्रता थी। हमारा संविधान को मानने का चरित्र था, हमने तय किया कि भले विपक्ष नहीं होगा, लेकिन जो सबसे बड़े दल का नेता है, उसे मीटिंग में बुलाएंगे। ये लोकतंत्र की आत्मा होती है, तब होता है।
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हमने इसके लिए कानून भी बनाया और आज इलेक्शन कमीशन बनता है तो अपोजिशन लीडर उस प्रक्रिया में शामिल होता है। पहले ही कहा कि संविधान को जीते हैं। दिल्ली में आपको कई स्थान ऐसे मिलेंगे, जहां कुछ परिवारों ने अपने म्यूजियम बनाकर रखे हैं। जनता के पैसों से काम हो रहा है, लोकतंत्र की आत्मा क्या होती है।
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हमने पीएम म्यूजियम बनाया। देश के पहले से लेकर मेरे पूर्व तक के सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन और कार्य को दिखाया गया है। मैं तो चाहूंगा कि इस म्यूजियम में जो महापुरुष हैं, उनके परिवारों को देखना चाहिए। लगे कि कुछ जोड़ना है तो बताना चाहिए। अपने लिए तो सब करते हैं, संविधान के लिए जीने वाले यहां बैठे हैं।
जब सत्ता सेवा बन जाए तो राष्ट्र निर्माण होता है। जब सत्ता को विरासत बना दिया जाए, तब लोकतंत्र खत्म हो जाता है। हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं। हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं और इसलिए सरदार पटेल का दुनिया का सबसे बड़ा स्टैच्यू बनाते हैं। उनका स्मरण करते हैं। वो जनसंघ के नहीं थे।