All India Muslim Personal Law Board(AIMPLB) के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी का निधन आज यानी गुरुवार को हो गया है। वे काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। ऐसी जानकारी मिली है कि उन्हें निमोनिया और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत थी। उन्हें रायबरेली से इलाज के लिए लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने 93 वर्ष उम्र में डालीगंज स्थित नदवा मदरसे में आखिरी सांस ली।
भारतीय इस्लामिक विद्वान के रूप में थी पहचान
बता दें कि मौलाना राबे हसनी नदवी बड़े भारतीय इस्लामिक विद्वान थे। वो ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ साथ लखनऊ स्थित- धार्मिक शिक्षा के एक महत्वपूर्ण केंद्र- नदवतुल उलेमा के भी अध्यक्ष थे। वे मुस्लिम वर्ल्ड लीग के संस्थापक सदस्य आलमी रबिता अदब-ए-इस्लामी, रियाद (केएसए) के उपाध्यक्ष भी थे। उन्हें दुनिया के 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमानों के सूची में भी जगह मिली थी।
2002 में बने AIMPLB के अध्यक्ष
अरबी भाषा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। 1993 में उन्हें दारुल उलूम नदवतुल उलेमा का मुहतमिम (वाइस चांसलर) नियुक्त किया गया।1999 में उन्हें नदवा का चांसलर नियुक्त किया गया था। जून 2002 में हैदराबाद में हजरत मौलाना काजी मुजाहिदुल इस्लाम कासमी (रहमतुल्लाह अली) की मृत्यु के बाद उन्हें सर्वसम्मति से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया था।