प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को एक बैठक की। वहीं इस उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला मौजूद रहे। पीएम को भारत वापस आए नागरिकों के बारे में जानकारी दी गई और बताया गया कि अब तक देश लौटने वाले छात्रों की संख्या कितनी है। बता दें कि यह मीटिंग यूक्रेन की राजधानी कीव में एक भारतीय छात्र को गोली मारकर घायल करने के बाद हुई है।
छात्रों की वतन वापसी पर पीएम की पांचवीं बैठक
बता दें कि पीएम की अध्यक्षता में होने वाली यह पांचवीं बैठक है। पीएम ने बताया कि भारत सरकार ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए “ऑपरेशन गंगा” चला रही है। साथ ही युद्धग्रस्त से भारतियों को वापस लाने के लिए चार केंद्रीय मंत्रियों को विशेष दूत के तौर पर यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा गया है। बताया जा रहा है कि केंद्र ने यूक्रेन से 17,000 छात्रों को वतन वापस लाने का काम किया है जबकि 7,000 को अभी वहां से निकाला शेष है। साथ ही प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में बढ़ते तनाव को कम करने के लिए बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने कि बात कही है।
भारतीयों की कराई गयी सुरक्षित आवाजाही
हालांकि 2 मार्च को, पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की थी और पूर्वी यूक्रेनी शहर खार्किव की स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा था कि कई भारतीय छात्र रूस के बीच यूक्रेन के प्रमुख स्थानों में फंस गए हैं। साथ ही भारत ने मंगलवार को खार्किव शहर में गोलाबारी में एक भारतीय छात्र कि मौत हो गयी। जिसके बाद भारत ने रूस से बातचीत कर भारतीयों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने को कहा।