दिल्ली के जंतर मंतर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन अपने मंत्रियों और सांसदों के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दक्षिण के पांच राज्यों में से तीन राज्यों की मांग लगभग एक जैसी है।सोशल मीडिया में इसे लेकर ‘माई टैक्स, माई राइट’ यानी मेरा टैक्स मेरा अधिकार’ जैसा कैंपेन हैशटैग भी चल रहा है।दक्षिण के इन राज्यों की मांग है कि केंद्र संविधान के नियमों के मुताबिक़ राज्य को पर्याप्त वित्तीय संसाधन मुहैया कराए। इधर प्रदर्शन पर बैठे कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि टैक्स के योगदान के मामले में कर्नाटक नंबर दो पर है कर्नाटक चार लाख 30 हज़ार करोड़ का टैक्स देता है। वहीं टैक्स देने के मामले में नंबर वन राज्य महाराष्ट्र है.केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि अगर हम 100 रुपये का टैक्स भारत सरकार को जुटा कर दे रहे हैं तो हमें बदले में केंद्र सरकार से 12-13 रुपये ही मिलते हैं। बताते चलें कि तमिलनाडु सरकार भी इसे लेकर प्रदर्शन कर सकती है। यहां सत्तारूढ़ डीएमके के कार्यकर्ता पहले से ही केंद्र सरकार के दफ़्तरों के आगे प्रदर्शन कर रहे हैं।