नीट पेपर लीक और और नेट की परीक्षा रद्द होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेपर लीक नहीं रोक पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि नीट के पेपर लीक हुए हैं और यूजीसी के पेपर कैंसिल भी हुए हैं। कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच की लड़ाई को रोक दिया था। इजराइल और गाजा की लड़ाई भी रोक दिया था। हिंदुस्तान में पेपर लीक को नरेंद्र मोदी नहीं रोक रहे हैं या नहीं रोक पा रहे हैं। हिंदुस्तान के स्टूडेंट्स को नुकसान हो रहा है। यह छात्रों का फ्यूचर है। आपके फ्यूचर के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि शिक्षा के संगठन को एक संगठन ने कब्जा कर रखा है। हर पोस्ट पर इसी संगठन का कब्जा है। इसे बदलना होगा। चुनावी घोषणा पत्र में साफ कहा है कि कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। विश्वविद्यालय के नियमों को आकलन करना होगा। विपक्ष दवाब डाल कर ये दो काम सरकार से करवाने की कोशिश करेगा।
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राहुल गांधी ने कहा कि छात्रों के लिए बहुत कम रास्ते हैं। पहले रोजगार के अवसर खत्म कर दिये थे। अब परीक्षा में धांधली हो रही है. युवाओं के पास जाने के कोई रास्ते नहीं बचे हैं। सभी रास्ते बंद कर दिये गये है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। जो भी पेपर लीक करवाया है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सख्त कानून होना चाहिए। अगर आप मेरिट के बेसिस पर जॉब नहीं देंगे। अयोग्य लोगों को उपकुलपति बनाएंगे। एग्जाम लेने की जो संस्था हैं, उसमें अपने आदर्श के लोगों को लेंगे तो वह इसके जिम्मेदार हैं।
कांग्रेस के सांसद ने कहा कि इसका मेन कारण यह है कि ऐसे लोगों को पद पर बैठाया गया है, जो योग्य नहीं है। पहले इसका मूल केंद्र मध्य प्रदेश हुआ करता था। बीजेपी के लोग कहते हैं कि इसकी लेब्रोटरी गुजरात और मध्य प्रदेश हैं। जब तक हिंदुस्तान के संस्थान इनके हाथों ने नहीं छीने जाएंगे, यह बढ़ता जाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार क्लीनचिट दें, इसका कोई मतलब नहीं है। सबसे ज्यादा पेपर लीक की बात उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में उनकी यात्रा के दौरान आई थी। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई की अनुमति वे लोग नहीं देंगे। विपक्ष सरकार को आईवाश नहीं करने देगा।