लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि आपने जो ‘चक्रव्यूह’ बनाया है इससे करोड़ों लोगों को नुकसान पहुंच रहा है। हम इस ‘चक्रव्यूह’ को तोड़ने जा रहे हैं। ऐसा करने का सबसे बड़ा तरीका जिससे आप सब डरते हैं वह जाति जनगणना है। जैसा कि मैंने कहा कि INDIA गठबंधन इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा वैसे ही मैं कह रहा हूं कि इस सदन में जाति जनगणना हम पास करके आपको दिखाएंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बजट पर चर्चा के दौरान दलित, आदिवासियों और पिछड़ों के मुद्दे का जिक्र किया। राहुल ने कहा कि देश में तकरीबन 73 प्रतिशत, दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग हैं। ये देश की मुख्य शक्ति है। उन्होंने यह कहा कि सच्चाई है कि इनको कहीं भी जगह नहीं मिल रही है, बिजनेस में जगह नहीं मिलती है, कॉरपोरेट में जगह नहीं मिलती है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये शिव जी के फोटो से डरते हैं, इस फोटो से डरते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं फोटो दिखाना चाहता हूं, इसमें बजट का हलवा बंट रहा है, इसमें एक ओबीसी, आदिवासी, दलित अफसर नहीं दिख रहा है। देश का हलुवा खा रहे हो और बाकी लोगों को हलवा नहीं मिल रहा है। 20 अफसरों ने बजट को तैयार किया, हमने पता लगाया। उनके नाम मेरे पास हैं। राहुल की इस बात पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने माथा पकड़ लिया। राहुल के भाषण के दौरान खूब हंगामा भी हुआ।
राहुल गांधी ने कहा कि देश का हलवा 20 लोगों ने बांटने का काम किया है 90 फीसदी लोगों में से सिर्फ दो है एक अल्पसंख्यक और एक ओबीसी और फोटो में तो आपने आने ही नहीं दिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, मैं चाहता था कि जाति जनगणना की बात उठे। 95 प्रतिशत ये चाहते हैं, दलित, आदिववासी, अल्पसंख्यक और गरीब सवर्ण चाहते हैं सभी चाहते हैं कि उनकी हिस्सेदारी कितनी है।