अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अपनी राजनीतिक जीवनी का दूसरा अंश ‘A Maverick in Politics’ रिलीज किया है। इस किताब में अय्यर ने कांग्रेस, गठबंधन राजनीति, और पार्टी नेतृत्व से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं। किताब के विमोचन के दौरान और एक इंटरव्यू में मणिशंकर अय्यर ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तुलना स्वतंत्रता संग्राम के दिग्गज नेताओं जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल की जोड़ी से की। उन्होंने कहा कि “नेहरू और पटेल की जोड़ी ने देश को खड़ा किया और उसे दिशा दी। इसी तरह, प्रियंका और राहुल गांधी अगले 30 वर्षों तक कांग्रेस का चेहरा रहेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी पार्टी का चेहरा बने रहेंगे, जबकि प्रियंका गांधी पार्टी में अहम योगदान देंगी। अय्यर ने विश्वास जताया कि “दोनों के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है और इन्हें अलग करने का कोई भी प्रयास असफल रहेगा।”
मणिशंकर अय्यर ने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा कि उसे यह स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए कि INDIA गठबंधन का नेतृत्व कोई अन्य नेता भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि “ममता बनर्जी और अन्य नेताओं में गठबंधन का नेतृत्व करने की क्षमता है। यह जरूरी नहीं कि गठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस ही करे। राहुल गांधी यदि मुखिया न भी बनें, तो उनका सम्मान और अधिक बढ़ेगा।”
अय्यर ने खुलासा किया कि वह लंबे समय से सोनिया गांधी और राहुल गांधी से बात नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि “मेरा राजनीतिक करियर गांधी परिवार ने बनाया और बिगाड़ा भी।” अय्यर ने यह भी कहा कि कांग्रेस को अपने भविष्य की रणनीति में राहुल और प्रियंका गांधी की जोड़ी पर भरोसा करना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह जोड़ी कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करेगी और पार्टी को आगे बढ़ाएगी।
पिछले दिनों उनके विवादित बयानों, विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणियों के कारण कांग्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। माना जाता है कि पार्टी ने इन्हीं कारणों से अय्यर से दूरी बना ली।