पेट्रोल और डीजल के रिटेल के दाम एक बार फिर बढ़ सकते हैं। दरअसल, इन दोनों पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स के रिटेल दामों में बढ़ोतरी न करने से ऑयल कंपनी इंडियन ऑयल को पेट्रोल की रिटेल बिक्री पर 10 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल की रिटेल बिक्री पर 14 रुपये प्रति लीटर का घाटा हो रहा है। अन्य ऑयल कंपनियों का भी यही हाल है। यह घाटा अब अधिक दिनों तक उठाना संभव नहीं दिख रहा।
छह अप्रैल के बाद से नहीं बढ़े हैं दाम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऑयल कंपनियों ने सरकार से कह दिया है कि अगर कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर रही और पेट्रोल तथा डीजल के रिटेल दाम नहीं बढ़ाए गए तो चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ऑयल कंपनियों को घाटे का सामना करना पड़ेगा। गौरतलब है कि छह अप्रैल के बाद से ऑयल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रिटेल दामों में बढ़ोतरी नहीं की है। हालांकि इस दौरान इंटरनैशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत 110 से 115 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई है।