आज विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की चौथी बैठक दिल्ली में होने वाली है। जिसमें सभी विपक्षी दलों के नेताओं की महाजुटान होने जा रही है। माना जा रहा है कि इसबार बैठक में सीट शेयरिंग का फार्मूला तय हो सकता है। हालांकि ऐसे कयास पहले हुई बैठकों को लेकर भी लगाए गए थे। लेकिन अब तक हुई तीन बैठकों के परिणाम अलग-अलग ही रहे हैं।
पहली बैठक में एकजुटता दिखाने की कोशिश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों से कई विपक्षी दलों के नेता पटना में 23 जून 2023 को एकजुट हुए। ये पहली बार था जब विपक्षी एकता को दिखाने का प्रयास किया गया। इस बैठक में ज्यादा कुछ तय नहीं हुआ बल्कि सिर्फ विपक्ष एकजुट है ये दिखाने का प्रयास किया गया। बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया कि सभी विपक्षी पार्टियाँ एक साथ मिलकर 2024 में चुनाव लड़ेगी। गठबंधन का नाम तक इस बैठक में तय नहीं हुआ था।
दूसरी बैठक में गठबंधन का नामकरण
विपक्षी दलों की दूसरी बैठक 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई। जिसमें विपक्ष की 26 पार्टियों के नेता शमिल हुए। माना जा रहा था कि इस बैठक में गठबंधन के नामकरण के साथ सीट शेयरिंग का फार्मूला भी तय हो जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ होता हुआ दिखा नहीं। दूसरी बैठक का मुख्य परिणाम विपक्षी दलों के गठबंधन के नामकरण के रूप में ही निकला। गठबंधन का नाम I.N.D.I.A तय किया गया । इसमें आई (I) – भारतीय (Indian), एन (N) -राष्ट्रीय ( National), डी (D)-विकासवादी (Developmental), आई (I)- समावेशी (Inclusive) और ए (A) – गठबंधन (Alliance) है। मतलब INDIA का फुल फॉर्म – ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्ल्युसिव एलायंस’ यानि भारतीय राष्ट्रीय विकासवादी समावेशी गठबंधन है।
तीसरी बैठक में बनी कई कमेटी
I.N.D.I.A गठबंधन की तीसरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में हुई। इस बैठक में 3 प्रस्ताव पारित किए गए। इन तीन प्रस्तावों में पहला एक साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने का संकल्प था। दूसरा जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर जल्द सार्वजनिक सभाएं आयोजित करने का संकल्प था। वहीं तीसरा गठबंधन के थीम ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ के साथ चलने का संकल्प था। बैठक में कई अलग-अलग कमेटी बनाई गई। पहली कमेटी तो समन्वय समिति है, जिसमें 13 सदस्यों को शामिल किए गए। इसके अलावा चार अन्य समितियां भी बनीं। इसमें सबसे लंबी सूची कैम्पेन कमेटी और मीडिया कमेटी की है। इन दोनों कमेटियों में 19-19 सदस्य शामिल हैं। जबकि सोशल मीडिया मैनेजमेंट की कमेटी में 12 नाम शामिल हैं। वहीं वर्किंग ग्रुप फॉर रिसर्च में 11 सदस्य शामिल हैं।