यूजीसी के चेयरमैन एम. जगदीश कुमार ने कहा है कि विश्वविद्यालयों में सीटें खाली नहीं रहें, इस पर हम ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि “देश भर के विश्वविद्यालयों में फिर से दाखिले का समय आ गया है। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में हम स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में दाखिले के लिए CUET स्कोर का इस्तेमाल करते हैं। यूजीसी ने विभिन्न कार्यक्रमों में दाखिले के लिए इन CUET स्कोर का इस्तेमाल करने के तरीके पर एक मानक संचालन प्रक्रिया भेजी है, ताकि प्रवेश प्रक्रिया के अंत में कोई खाली सीट न रहे। जब आप CUET स्कोर का इस्तेमाल करके दाखिले के पहले, दूसरे और तीसरे चरण में प्रवेश करते हैं।”
एम. जगदीश कुमार ने वीडियो में आगे कहा है कि “अगर आपको लगता है कि कुछ कार्यक्रमों में कुछ सीटें खाली हैं, तो यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को इन सीटों को भरने के लिए CUET में विषय मानदंड में ढील देने की सलाह दी है। इस प्रयास के बाद भी अगर कुछ कार्यक्रमों में सीटें खाली रह जाती हैं, तो विश्वविद्यालय खुद ही विश्वविद्यालय स्तर पर एक प्रवेश परीक्षा आयोजित कर सकता है और छात्रों को प्रवेश दे सकता है ताकि आपके विश्वविद्यालय में हर कार्यक्रम की सभी सीटें भर जाएं।”
उन्होंने कहा कि “हमें कोई भी सीट खाली नहीं छोड़नी चाहिए। हमारे विश्वविद्यालयों में हर सीट कीमती है। विश्वविद्यालयों को यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए कि छात्रों को आपके विश्वविद्यालय में प्रवेश दिया जाए ताकि कोई भी सीट खाली न रहे।”