जो शिवसेना बाला साहेब ठाकरे की बनाई हुई थी, अब ठाकरे परिवार से बाहर हो गई है। चुनाव आयोग ने उद्धव गुट को झटका दे दिया है। आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न धनुष-बाण देने का फैसला किया है। महाराष्ट्र में शिवसेना में उपजे विवाद के बाद चुनाव आयोग ने शिवसेना के नाम और पहचान को सीज कर दिया था। अब इस मामले में फैसला देते हुए एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और पहचान ट्रांसफर करने का निर्णय लिया गया है। इस फैसले को जहां शिवसेना ने लोकतंत्र की हत्या बताया है तो, राज ठाकरे ने उद्धव पर तंज कसा है।
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“पैसा गया तो कमा लिया जाएगा, नाम नहीं”
शिवसेना पर चुनाव आयोग के फैसले को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने लोकतंत्र की जीत बताया है तो संजय राउत ने लोकतंत्र की हत्या। जबकि राज ठाकरे ने बाला साहेब ठाकरे का एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में बाला साहेब ठाकरे कह रहे हें कि “पैसा गया तो फिर कमा लिया जाएगा। लेकिन नाम गया तो कभी वापस नहीं आएगा।”
BJP भी शिवसेना पर फैसले से खुश
एक ओर ठाकरे समर्थक इस फैसले पर चुनाव आयोग पर हमले कर रहे हैं। तो दूसरी ओर BJP ने इस मामले में खुशी जताई है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बाला साहब ठाकरे के विचारों पर चलने वाली शिवसेना मतलब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे। इनको शिवसेना का नाम और चिह्न धनुष बाण मिला है। हम पहले दिन से ही आश्वस्त थे, क्योंकि चुनाव आयोग के इसके पहले के भी निर्णय इसी प्रकार से आए हैं।