मैसूरु भूमि घोटाले मामले में आरोपी कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार, 24 सितंबर को कहा कि “मैं कानून और संविधान में विश्वास करता हूं। अंततः सत्य की जीत होगी”। कांग्रेस के दिग्गज नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की केंद्र सरकार की “बदले की राजनीति” की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि “मुझे न्यायालय पर भरोसा है। हमारी पार्टी के सभी विधायक, नेता और कार्यकर्ता तथा कांग्रेस नेतृत्व मेरे साथ खड़े रहे हैं और मुझे लड़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया है। भाजपा और जेडीएस ने मेरे खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध का सहारा लिया है, क्योंकि मैं गरीबों का समर्थक हूं और सामाजिक न्याय के लिए लड़ रहा हूं।”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा मैं इस बारे में विशेषज्ञों से परामर्श करूंगा कि कानून के तहत ऐसी जांच की अनुमति है या नहीं। मुझे विश्वास है कि 17ए के तहत जांच रद्द कर दी जाएगी। आक्रामक सिद्धारमैया ने कथित MUDA भूमि घोटाले को भी “ढोंग” करार दिया और विपक्षी नेताओं पर हमला बोला, जिन्होंने एक बार फिर उनसे इस्तीफे की मांग की।
उन्होंने कहा कि उनके इस्तीफे की मांग इसलिए की जा रही है क्योंकि भाजपा के पास उनकी कल्याणकारी योजनाओं का कोई जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि “आज मेरा इस्तीफा मांगने वाले नेता वही हैं, जिन्होंने गरीबों और पीड़ित लोगों के लिए मेरे द्वारा लागू की गई योजनाओं का विरोध किया था। कर्नाटक के लोगों ने भाजपा को अपने दम पर सत्ता में आने के लिए बहुमत नहीं दिया है, इसलिए उसे ‘ऑपरेशन कमल’ चलाकर सत्ता हासिल करना चाहते हैं।