राजनीति में चुनाव हार जाने वाले नेताओं की पूछ कम हो जाती है। लेकिन अपने ही देश में एक लोकसभा सीट ऐसी है कि वहां से हारने वाले नेताओं की भी पूछ खत्म नहीं होती। वो सीट अमेठी है। उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट वैसे तो कांग्रेस के गांधी परिवार का गढ़ मानी जाती रही है। लेकिन पिछले चुनाव में यह सीट गांधी परिवार की पकड़ से छूट गई। दूसरी लोकसभा सीट वायनाड से राहुल गांधी ने चुनाव नहीं लड़ा होता तो उन्हें संसद के बाहर ही बैठना पड़ता। लेकिन अमेठी सीट ऐसी है कि यहां से 2014 में हार कर भी स्मृति ईरानी केंद्र में पहली बार मंत्री बनी। 2019 में राहुल गांधी अमेठी से हारे तो भी कांग्रेस के नेता उन्हें वहीं ढूंढ़ रहे हैं।
पहला चुनाव हारीं थी स्मृति
अमेठी सीट ऐसी है कि उसे गांधी परिवार की पारम्परिक सीट माना जाता है। 2004 में जब राहुल गांधी ने चुनावी राजनीति की शुरुआत की तो उन्होंने अमेठी को ही चुना। इसके बाद 2014 तक लगातार तीन चुनाव राहुल गांधी जीतते रहे। 2014 में इस सीट पर भाजपा ने स्मृति ईरानी को मैदान में उतारा। स्मृति के पक्ष में भाजपा ने खूब कैम्पेनिंग की। लेकिन 2014 में स्मृति ईरानी जीत नहीं सकीं। वे दूसरे स्थान पर रहीं। लेकिन इस चुनाव में राहुल गांधी समझ गए कि उन्हें टक्कर मिल रही है। स्मृति ईरानी को हार के बाद भी मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल गईं।
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2019 में राहुल हारे
पहली बार अमेठी से चुनाव हारने के बाद भी स्मृति ईरानी ने अमेठी का मैदान छोड़ा नहीं। वे वहां आती-जाती रहीं। काम किया। केंद्र सरकार की योजनाओं को पहुंचाया। इसके बाद 2019 में भाजपा ने स्मृति ईरानी को फिर से मौका दिया। इस बार स्मृति ईरानी ने मैदान मार लिया। जिस अमेठी को कांग्रेस सेफ सीट मानती रही थी, 2019 में वहां भाजपा का कब्जा हो गया। गनीमत यह रही कि 2019 के चुनाव में राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा। वहां से जीतकर राहुल संसद में बने रहे। लेकिन अब जैसे जैसे 2024 नजदीक आ रहा है, सवाल उठ रहा है कि राहुल अमेठी लौटेंगे या वायनाड में ही बने रहेंगे।
राहुल-स्मृति की जंग को बेकरार कांग्रेसी
वैसे तो कांग्रेस पार्टी ने आधिकारिक रूप से इस मामले में अभी कोई फैसला नहीं किया है कि अमेठी से अगला चुनाव कौन लड़ेगा। गांधी परिवार ने भी इस मामले में अब तक कुछ नहीं कहा है। लेकिन कांग्रेस के नेता एक बार फिर राहुल गांधी और स्मृति ईरानी की चुनावी जंग अमेठी में चाहते हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता अजय राय का दावा है किया कि राहुल गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव अमेठी से लड़ेंगे। अजय राय ने कहा कि अमेठी से नेहरू-गांधी परिवार के पुराने संबंध हैं जिसे कोई कमजोर नहीं कर सकता।