InsiderLive: नीति आयोग (NITI Aayog) ने राज्य स्वास्थ्य सूचकांक (State Health Index) का चौथा संस्करण जारी किया है। वार्षिक वृद्धिशील प्रदर्शन के मामले में ‘बड़े राज्यों’ में उत्तर प्रदेश, असम और तेलंगाना शीर्ष तीन रैंकिंग वाले राज्य हैं। वहीं छोटे राज्यों में, मिजोरम और मेघालय ने अधिकतम वार्षिक वृद्धिशील प्रगति दर्ज की। केंद्र शासित प्रदेशों में, दिल्ली के बाद जम्मू और कश्मीर ने सबसे अच्छा वृद्धिशील प्रदर्शन दिखाया है।
नीति आयोग ने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण 2019–20 का रिपोर्ट 2018-19 के रिपोर्ट को बेस ईयर मानते हुए जारी किया है। शीर्ष रैंकिंग वाले राज्य केरल और तमिलनाडु ‘बड़े राज्यों’ की लिस्ट में शामिल हैं। वहीं मिजोरम और त्रिपुरा ‘छोटे राज्यों’ में शीर्ष पर हैं। बता दें कि कोई भी राज्य/संघ शासित प्रदेश अधिकतम 100 अंक प्राप्त कर सकता है। बड़े राज्यों के मामले में केरल का स्कोर 82.20 उच्चतम देखा गया। इसके बाद तमिलनाडु के लिए 72.42 और तेलंगाना का स्कोर 69.96 है।
छोटे राज्यों के मामले में, सबसे आगे चलने वाले राज्य मिजोरम 75.77 के सूचकांक स्कोर के साथ और त्रिपुरा का इंडेक्स स्कोर 70.16 है। केंद्र शासित प्रदेशों में, सबसे आगे डीएच एंड डीडी 66.19 और चंडीगढ़ का इंडेक्स स्कोर 62.53 है। राजस्थान ओवरऑल और इंक्रिमेंटल दोनों ही कैटेगरी में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा है।
बड़े राज्यों में शामिल उत्तर प्रदेश के लिए न्यूनतम सूचकांक स्कोर 30.57 है। इसके बाद बिहार (31.00), मध्य प्रदेश (36.72) और राजस्थान (41.33)। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि यह स्पष्ट है कि इन राज्यों में सुधार होने की गुंजाइश है। बता दें कि बड़े राज्यों की कैटेगरी में कुल 19 राज्य शामिल है। इनमें से 50 प्रतिशत बड़े राज्य समग्र सूचकांक स्कोर के मामले में आधे अंक यानि 50 के स्कोर तक भी नहीं पहुंच सके। समग्र प्रदर्शन के लिए और प्रदर्शन अंतर को कम करने के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने की तत्काल आवश्यकता है।