बिहार (Bihar) में लगातार पुल गिरने का मामला सामने आ रहा है। इस बार किशनगंज में पुल गिरा है। किशनगंज जिले में मडिया नदी पर साल 2011 में पुल बनाया गया था। इस पुल की लंबाई 70 मीटर और चौड़ाई 12 मीटर है। गुरुवार को इस पुल का पिलर ढह गया। नेपाल से अचानक पानी का तेज बहाव आने से नदी का जलस्तर बढ़ गया। इसी के चलते पुल का पिलर पानी के तेज बहाव में ढह गया।
इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तंज कस्ते हुए नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के सदाचार के कारण मात्र 10 दिन के अंदर बिहार में करोड़ों की लागत से निर्मित और निर्माणाधीन केवल 4 ही पुल गिरे है। बीजेपी/NDA की सरकार है तो सत्ता पक्ष और उनका अभिन्न अंग गोदी मीडिया इसे भ्रष्टाचार तो कदापि ही नहीं सकते। डबल इंजन सरकार के पायलट अब कहेंगे कि शुक्र मनाओ कि 10 दिन में 4 ही पुल गिरे है, 10 तो नहीं गिरे है ना। ये पायलट यह भी कहेंगे कि पुल गिरने के दोषी तो विपक्ष और जनता है?
बता दें कि बिहार में 10 दिन के अंदर, ये चौथा पुल गिरने की घटना सामने आई है। बिहार में 18 जून को अररिया जिले के सिकटी में बकरा नदी पर बने पुल का एक हिस्सा गिर गया था। इसके चार दिन बाद यानी 22 जून को सिवान जिले के दरौंदा और महाराजगंज को जोड़ने वाली नहर पर बना पुल गिर गया था। पुल गिरने की तीसरी घटना मोतिहारी जिले की थी। जहां 23 जून को घोड़ासहन इलाके में पुल का निर्माण चल रहा था कि तभी वह भरभराकर गिर पड़ा। वहीं, अब 10 दिन के अंदर पुल गिरने की चौथी घटना किशनगंज जिले में सामने आई है।