अबू धाबी भारतीय दूतावास के संरक्षण में कला शिल्प ने भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष के तीन दिवसीय समारोह की शुरुआत की। कला उत्सव की रंगारंग शुरुआत मुख्य अतिथि अनिल केजरीवाल द्वारा रिबन काटकर की गई। प्रवेश द्वार विशाल फूलों की रंगोली बनाई गई थी। जिसे रंगोली कलाकारों मेधा नेरुरकर, सौम्या रस्तोगी, सुस्मिता ध्रुव और दीक्षा भार्गव ने बनाया था। भारतीय समुदाय ने अमीराती मेहमानों के साथ मिलकर कला का जश्न मनाया।
आर्टक्राफ्ट्स के संस्थापक और सीईओ ने ये कहा
कार्यक्रम में सम्मलित आर्टक्राफ्ट्स के संस्थापक और सीईओ अनिल केजरीवाल ने कह कि यह कला उत्सव एक राष्ट्र के रूप में हमारी भावना को दर्शाता है। हम कला का जश्न मना रहे हैं और साथ ही हम अपने जीवन का जश्न ऐसे भारतीयों के रूप में मना रहे हैं, जिन्हें अपनी जड़ों पर गर्व है।
कलाकारों प्रोत्साहित किया गया
ध्रुव मिश्रा आईएफएस, द्वितीय सचिव (राजनीतिक मामले) ने कलाकारों को भारतीय कला को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि कला न केवल एक व्यक्ति बल्कि एक राष्ट्र की सामूहिक चेतना के सार को व्यक्त करने का एक शक्तिशाली उपकरण है। सभी मेहमानों ने इस खूबसूरत आयोजन का हिस्सा बनने पर अपार खुशी व्यक्त की। एमएनके डांस ग्रुप द्वारा नृत्य प्रस्तुतियों में हिंदी लोक नृत्य और अर्ध शास्त्रीय जुगलबंदी का प्रदर्शन किया गया। कला समूह का नेतृत्व रेशमी ने किया और नृत्यांगनाओं श्रीकला, शिल्पा, निम्मी, रेशमा और कीर्ति ने उनके साथ प्रदर्शन किया।
ऐसा रहा आगे का कार्यक्रम
परी सागर ने कहा कि एक युवा कलाकार कला में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अनुसरण कर सकता है। जसनूर कौर ने कला के व्यावसायीकरण के बारे में बात की। दोपहर में लाइव आर्ट, “ए मैजिकल टच बाय इंडियन आर्टिस्ट” और संयुक्त अरब अमीरात में “लेट्स पेंट द फ्लैग” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार झारखण्ड के बच्चो ने अपने चत्रकारी के हुनर से सब का दिल जीता । सिरेमिक कलाकार प्रणोती करजगी ने मिट्टी के बर्तनों का प्रदर्शन किया। कला शिल्प ने प्रशंसा के प्रतीक के रूप में बच्चों के बीच पदक और टी-शर्ट वितरित किए। विभिन्न अमीरात के प्रख्यात कलाकारों द्वारा लाइव पेंटिंग की गई थी।